सरकारी ट्यूबवेल खराब होने से पगही के किसान परेशान, धान की नर्सरी डालने में आ रही दिक्कत

4 माह से खराब है गांव का नलकूप, शिकायत के बाद भी नहीं हुआ दुरुस्त, जिम्मेदार अधिकारी बने हुए हैं बेपरवाह
चंदौली जिले में जहां एक ओर प्रदेश सरकार किसानों को लाभ पहुंचाने के बड़े-बड़े दावे कर रही है, वहीं ज़मीनी हकीकत इससे उलट दिखाई दे रही है। चंदौली जनपद के धानापुर ब्लॉक अंतर्गत पगही गांव के किसान पिछले चार महीनों से सार्वजनिक नलकूप की खराबी से जूझ रहे हैं। नतीजा यह है कि किसानों को धान की नर्सरी डालने में गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

स्थानीय किसानों का कहना है कि गांव का नलकूप चार महीने से खराब पड़ा है, लेकिन विभाग ने अब तक उसकी मरम्मत नहीं कराई। यह स्थिति तब है जब धान की नर्सरी डालने का समय शुरू हो चुका है। ट्यूबवेल की पाइप फट जाने के कारण खेतों में सिंचाई नहीं हो पा रही है।
किसानों में रोष

गांव के किसान अंगद प्रधान, प्रेमचंद मौर्य, राकेश मौर्य, दिनेश, श्रीराम, मोहन, पप्पू, मुरलीधर और दिनेश चंद्र आदि ने बताया कि समस्या की जानकारी विभागीय अधिकारियों को दी गई थी, लेकिन केवल आश्वासन ही मिला। कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
सिंचाई के लिए सहारा बना निजी नलकूप और डीजल पंप
साधन संपन्न किसान तो निजी नलकूप या डीजल इंजन के सहारे अपनी नर्सरी डालने में सफल हो रहे हैं, लेकिन बड़ी संख्या में सीमांत और मध्यमवर्गीय किसान परेशान हैं। इनकी नर्सरी डालने की प्रक्रिया ठप पड़ी है, जिससे धान की रोपाई पर भी असर पड़ना तय है।
प्रशासन से लगाई गुहार
किसानों ने जिलाधिकारी चंदौली का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराते हुए मांग की है कि सार्वजनिक नलकूप की मरम्मत शीघ्र कराई जाए ताकि उन्हें समय से धान की खेती करने में सुविधा हो सके। किसानों का कहना है कि यदि यह स्थिति यूं ही बनी रही तो उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ेगा।
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