प्रह्लादपुर ग्राम प्रधान की पहल: पंचायत भवन पर लिखा गया पाई-पाई का हिसाब
ग्राम प्रधान ने दिखायी पारदर्शिता की मिसाल
प्रह्लादपुर पंचायत भवन पर लिखवाया विकास कार्यों का पूरा विवरण
जिले के ग्राम प्रधानों के लिए बन सकती है प्रेरणा
मुख्यमंत्री पुरस्कार से सम्मानित हुआ था प्रह्लादपुर गांव
चंदौली जिले के धानापुर क्षेत्र के प्रहलादपुर गांव में हुए विकास कार्यों की जानकारी के लिए लोगों को सूचना के अधिकार का सहारा लेना पड़ता है। वहीं, प्रहलादपुर में प्रधान ने शासन से प्राप्त धनराशि और विकास कार्यों में खर्च का पूरा विवरण पंचायत भवन की दीवारों पर लिखवा दिया है। उनकी यह पहल बाकी ग्राम प्रधानों के लिए प्रेरक बन सकती है।
आपको बता दें कि प्रहलादपुर के प्रधान आशुतोष सिंह ने राज्य वित्त (पंचम), केंद्रीय वित्त (15वां), मुख्यमंत्री पुरस्कार राशि और स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण फेस-2, ओडीएफ प्लस योजना के तहत शासन से मिली धनराशि का विवरण पंचायत भवन की दीवारों पर लिखवाकर पारदर्शिता की मिसाल पेश की है।
ग्रामीणों ने बताया कि प्रधान ने बगैर किसी भेदभाव के सरकारी योजनाओं का लाभ जरूरतमंदों को दिया है। साथ ही गांव में सड़क, शौचालय, आवास, आय, जाति, निवास प्रमाणपत्र समेत अन्य सुविधाएं लोगों को मिल रही हैं। ग्रामीणों को किसी जन सुविधा केंद्र के चक्कर नहीं लगाने पड़ते।
इस संबंध में ग्राम प्रधान ने बताया कि पूरे गांव में सड़क, गलियों और नालियों का निर्माण कराया जा चुका है। पारदर्शिता के लिए पंचायत भवन पर सभी विकास कार्यों और खर्च का विवरण लिखवा दिया गया है
मुख्यमंत्री पुरस्कार से हुए थे सम्मानित:
मुख्यमंत्री की ओर से ग्राम प्रधानों को प्रत्साहित करने के लिए प्रदेश के प्रत्येक जिले से उत्कृष्ट गांव को चयन किया गया था। इसके तहत 2022-23 में प्रहलादपुर गांव को मुख्यमंत्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। प्रधान को पुरस्कार में 11 लाख रुपये और गांव के विकास के लिए अलग अतिरिक्त बजट मिला था।
गणतंत्र दिवस की परेड में हुए थे शामिल:
पिछली 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस की परेड में उत्कृष्ट कार्य करने वाले ग्राम प्रधानों को आमंत्रित किया गया था। इसमें प्रहलादपुर के प्रधान आशुतोष सिंह भी शामिल हुए थे।
इस संबंध में धानापुर बीडीओ विजय कुमार ने बताया कि प्रहलादपुर गांव में उत्कृष्ट कार्य हुए हैं। इस गांव को जनपद और प्रदेश स्तर पर पुरस्कृत किया जा चुका है। क्षेत्र के सभी ग्राम प्रधानों की इनसे सीख लेनी चाहिए।
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