छुट्टा पशुओं से परेशान हैं बाजारवासी, जिले में फेल है आवारा जानवरों को पकड़ने की योजना
चहनियां कस्बे में घूम रहे हैं आवारा पशु
आसपास के रास्तों पर बनते हैं दुर्घटना का कारण
लोगों ने की है डीएम साहब से अपील
चंदौली जिले के चहनिया विकास खंड के मुख्यालय के साथ साथ आसपास के कई गांवों में छुट्टा पशुओं की समस्या है। इनके लिए गौशाला केन्द्र बनाया गया है, किंतु दर्जनों छुट्टा पशु चहनियां कस्बा सहित सड़कों व गांवों में घूम रहे हैं । एक तरफ ये फसल तो बर्बाद कर ही रहे हैं तो वहीं सड़कों पर होने वाली दुर्घटनाओं का कारण बनते जा रहे हैं।
योगी की प्रदेश सरकार द्वारा आवारा छुट्टा पशुओं की देखभाल के लिए दो महीने की विशेष योजना चला रही है। इसके लिए डीएम साहब ने मीटिंग करके फरमान जारी किया था। सारे ऐसे जानवरों को पशु आश्रय स्थल भेजने के लिए कहा था, ताकि लोगों को परेशानी न हो, लेकिन डीएम साहब का फरमान चहनिया ब्लॉक में फेल है।
जिले में कई जगह गौशाला केन्द्र बनाया गया है, आवारा व निराश्रित जानवरों की देखभाल हो सके । किन्तु क्षेत्र के चहनियां कस्बा, मारूफपुर, टाण्डा, बलुआ, मोहरगंज, रामगढ़ आदि बाजारों ,मुख्य मार्गों, गांवों में दर्जनों छुट्टा पशु घूम रहे हैं। गांवों में घूमकर ये जानवर फसलों को नुकसान पहुँचा रहे हैं। कस्बा व बाजारों में इनके घूमने से इनसे बचने के चक्कर मे गिरकर घायल हो रहे हैं। आते जाते लोगों को सींघ से मार दे रहे हैं।
कस्बावासियों का कहना है कि सरकार द्वारा लाखों खर्च कर इनके लिए गौशाला केन्द्र बनवाया गया है। इसके बाद भी दर्जनों छुट्टा पशु घूम रहे हैं । जबकि विभागीय कर्मचारियों को इन्हें गौशाला में पहुंचाने का निर्देश उच्चाधिकारियों द्वारा दिया गया। कस्बा में ये छुट्टा पशु दुकानदारों का सामान नुकसान कर रहे हैं। लगता है यहां के बीडीओ साहब डीएम साहब का फरमान नहीं मानना चाहती हैं।
इसीलिए कस्बावासियों ने जिलाधिकारी से अपील करके इन्हें गौशाला केन्द्र भेजवाने की मांग किया है।
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