धानापुर के रहने वाले DSP अजय प्रताप सिंह की गिरफ्तारी को लेकर चर्चा, अब CBI करेगी कार्रवाई
NIA के DSP अजय प्रताप सिंह को CBI ने किया अरेस्ट
घूस लेने के आरोप में हुई है गिरफ्तारी
पूर्व विधायक के बेटे से ढाई करोड़ की मांगी थी रिश्वत
चंदौली जिले के रहने वाले एक पुलिस अफसर को पूर्व विधान पार्षद मनोरमा देवी के पुत्र राकी यादव से 20 लाख घूस लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में कार्रवाई करके हुए एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) के डीएसपी अजय प्रताप सिंह और उसके सहयोगी हिमांशु सिंह व ऋतिक को अरेस्ट किया है। अब मामले में सीबीआई की टीम पूछताछ करेगी। डीएसपी समेत तीनों आरोपितों की 4 दिनों की रिमांड कोर्ट ने मंजूर कर ली है। साथ चंदौली जिले में पैतृक आवास पर भी आकर जांच पड़ताल की है।
आपको बता दें कि एनआईए और सीबीआई ने संयुक्त कार्रवाई में चंदौली जिले के धानापुर इलाके के रहने वाले अजय प्रताप सिंह और उनके दो एजेंटों को घूस लाने के मामले में बीते गुरुवार को गिरफ्तार किया था। अजय प्रताप एनआईए की पटना ब्रांच में तैनात हैं। जदयू की पूर्व विधान परिषद सदस्य मनोरमा देवी के बेटे राकी यादव ने अजय प्रताप और दो एजेंटों पर 20 लाख रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था। अजय की गिरफ्तारी की सूचना से उनके गांव तोरवां के लोग स्तब्ध हैं और गांव में तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है।
इस सम्बन्ध में धानापुर पुलिस का कहना है कि सीबीआई की टीम गुरुवार को ही उसकी गिरफ्तारी का वारंट लेकर गांव आई थी। यहां घर पर डिप्टी एसपी व उसके स्वजन नहीं मिले। उन्हें बताया गया कि परिवार के लोग वाराणसी में रहते हैं। अजय प्रताप सिंह की प्रारंभिक शिक्षा गांव में ही हुई। पढ़ाई में शुरू से मेधावी रहे अजय प्रताप ने 2015 में एसएससी की परीक्षा उत्तीर्ण की और उनकी देश भर में 538 रैंक आई थी और वह इनकम टैक्स इंस्पेक्टर के पद के लिए चुने गए। 2023 मई में वह डीएसपी चुन लिए गए।
मामले में बताया जा रहा है कि बीते 19 सितंबर को गया में राकी यादव की कंपनी और ठिकानों पर एनआईए की छापेमारी में डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक रकम बरामद हुई थी। अजय प्रताप सिंह इस कांड के विवेचना अधिकारी थे।
मामले में आरोप है कि डीएसपी ने मनोरमा देवी के पुत्र और रमैया कंस्ट्रक्शन के मालिक राकी यादव को समन जारी कर 26 सितंबर को पूछताछ के लिए एनआईए के दफ्तर बुलाया और झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर ढाई करोड़ रुपये की रिश्वत मांगी थी। मामले में आरोप है कि इसमें 35 लाख रुपये राकी यादव ने दे भी दिए थे। गुरुवार को इसी कड़ी में 20 लाख रिश्वत ली जा रही थी, लेकिन सीबीआई और एनआईए की टीम ने डीएसपी को गिरफ्तार कर लिया।
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