लगता है किसी हादसे के बाद ही बदले जाएंगे तार व खंबे, देखिए कैसे दुर्घटना को दे रहे हैं दावत
तार के भरोसे खंभे लटके
दे रहे हैं दुर्घटना को दावत
बलुआ पम्प कैनाल को जाने वाली बिजली व्यवस्था भी ध्वस्त
नहीं चल पा रहा पंप कैनाल
किसाने की बढ़ी चिंता
कहां से मिलेगा सिंचाई का पानी
चंदौली जिले में बलुआ पम्प कैनाल को जाने वाली बिजली व्यवस्था चरमरा गई है। रौना गांव के पास कई जगहों पर तार के भरोसे खंभे लटके हुए हैं। जिससे कैनाल नहीं चल पा रहा है। पखवाड़े भर से बनी समस्या अब तक दूर नहीं हुई। क्षेत्र के किसानो की सिंचाई की समस्या फिर से खड़ी हो गई है। किसानों को बारिश से थोड़ी राहत जरूर हुई है लेकिन उनका कहना है कि अब धान में बाली आने का समय है। ऐसे में इस समय पानी की काफी जरूरत होती है।
हाल यह है कि पंप कैनाल काफी दिनों से बंद पड़ा हुआ है। बलुआ पम्प कैनाल के लिए भुपौली उपकेंद्र से अलग से बिजली आपूर्ति होती है। सराय गावं से लेकर महुआरीखास गांव के बीच आधा दर्जन से अधिक खंभे तार के भरोस लटके हुए हैं। आगे भी कई जगहों पर खम्भा लटक रहा है।
क्षेत्र के किसानों पप्पू सिंह, काशी सिंह, राधेरमण तिवारी, बाबू लाल यादव, हीरा यादव, कल्लू सिंह आदि का कहना है कि क्षेत्र के किसानों की खेती भगवान भरोसे हो रही है। अभी कुछ दिन पूर्व रौना में क्षतिग्रस्त खम्भा जुड़ा नहीं है। बिजली विभाग के अधिकारी अभी चार पांच दिन का समय मांग रहे है। गनीमत है कि मानसून के अंत में दो दिन पहले हुई कुछ बारिश से फसलों में जान आ गयी है। लेकिन रविवार से फिर धूप निकलने लगी है। जबकि धान में बाली आने का समय है। इस दौरान पानी की काफी जरूरत है। कैनाल चालू नहीं हुआ तो अंत समय में धान की फसल खराब होगी और पैदावार भी घट जाएगी।
इस संदर्भ में सिंचाई विभाग के अवर अभियंता सुशांत श्रीवास्तव का कहना है कि बिजली के अभाव में पंप कैनाल नहीं चल पा रहा है। बिजली आपूर्ति शुरू होते ही उसे चालू कर दिया जाएगा।
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