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स्कूल में बदमाशी करता है बच्चा, माता-पिता लगा रहे आरोप तो स्कूल ने दिया जवाब

छात्र की माता दुर्गावती देवी का आरोप है कि मुझे घर से बुलवा कर प्रधानाचार्य द्वारा यह कहा गया कि आपका बच्चा दूसरे बच्चों को डिस्टर्ब करता है इसलिए इसे ले जाइए और इसका नाम काट दे रहे हैं।
 

निजी विद्यालय पर भेदभाव का आरोप

अलाभित बच्चे को विद्यालय से निकाला

जानिए क्या है बभनियाव स्थित सेंट जोसेफ विद्यालय पूरा मामला

चंदौली जनपद के धानापुर ब्लाक के कमालपुर  बभनियाव स्थित सेंट जोसेफ विद्यालय के प्रधानाचार्य पर आरटीई के तहत अलाभित समूह के नामांकित बच्चे को प्रधानाचार्य द्वारा अनुशासनहीनता का हवाला देकर विद्यालय से निकालने का आरोप लगा है। इसका संज्ञान लेकर सामाजिक कार्यकर्ता डॉ दयाशंकर आर्य ने ऐसे विद्यालयों पर कार्यवाही करने की मांग किया है।

 आपको बता दें कि चंदौली जनपद के धानापुर विकास खंड के बभनियाव कमालपुर में स्थित सेंट जोसेफ स्कूल के प्रधानाचार्य पर छात्र राज की माता दुर्गावती देवी ने भेदभाव करते हुए फ्री वाले बच्चे को अनुशासनहीनता का बहाना बनाकर स्कूल से निकाल दिया है। छात्र की माता दुर्गावती देवी का आरोप है कि मुझे घर से बुलवा कर प्रधानाचार्य द्वारा यह कहा गया कि आपका बच्चा दूसरे बच्चों को डिस्टर्ब करता है इसलिए इसे ले जाइए और इसका नाम काट दे रहे हैं। अब इसको दोबारा  विद्यालय में नहीं भेजिएगा।

इस गरीब छात्र का एडमिशन चंदौली जनपद के अमावल गांव के निवासी परवरीश सेवा समिति के संचालक,जन सूचना कार्यकर्ता डॉ दयाशंकर आर्य ने कराया था। डॉ दयाशंकर आर्य गरीब बच्चों को शिक्षित करने के लिए लगातार आरटीई के तहत समीप के कान्वेंट विद्यालयों में नामांकन करवाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि गरीब बच्चों के शिक्षा में मनमानी फीस लेने वाले विद्यालय बाधा बन रहे हैं और बहाने बाजी कर उन छात्रों के साथ भेदभाव करते हैं।

ऐसे विद्यालयों पर कार्यवाही होनी चाहिए ताकि अन्य विद्यालयों को सीख मिल सके और अलाभित समूह के बच्चों के शिक्षा में किसी तरह का भेदभाव न कर सके। जब परिजनों द्वारा उनको इस घटना की सूचना दी गई तो उन्होंने भी प्रधानाचार्य से बात किया तो प्रधानाचार्य ने दो टूक में कह दिया कि हमारे यहां कोई भी आरटीई का बच्चा नहीं पढ़ता है।

इस मामले को लेकर परिजनों द्वारा जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र डाक के द्वारा भेजा गया है। सरकार जहां गरीब तबके के  बच्चों के लिए कान्वेंट की शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए पैसा खर्च करती है वहीं निजी विद्यालय मनमानी फीस नहीं मिलने के कारण इन बच्चों के साथ भेदभाव करते हैं। सेंट जोसेफ स्कूल में पढ़ने वाले छत्र राज का भी एडमिशन 2023... 24 के सत्र में आरटीई के तहत हुआ था।

 हालांकि इस संबंध में सेंट जोसेफ स्कूल कमलपुर के प्रधानाचार्य से बात किया गया तो उन्होंने कहा कि बच्चा शरारती किस्म का है और छोटे बच्चों के गार्जियनों की शिकायत मिलती रही, इसलिए उसे हिदायत दी गई थी। अन्य बच्चों को भी हिदायत दी जाती है। उसे विद्यालय से निकला नहीं गया है अगर निकला गया होता तो नाम काटकर उसकी नोटिस भी दी जाती।

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