खेल मैदान में कई महीनों से भरा है पानी, कब दूर होगी खिलाड़ियों की ये परेशानी
सकलडीहा इंटर कालेज के मैदान में जलभराव
पानी से होकर विद्यालय पहुंचते है एलटी माडल स्कूल के बच्चे
घुटने तक जमी हुयी है घासफूस
टहलने आ रहे लोगों ने भी छोड़ा मैदान
चंदौली जिले के सकलडीहा इंटर कालेज के खेल मैदान में बीते तीन माह से अधिक समय से बारिश का पानी जमा हुआ है। नतीजतन पूरे मैदान में घुटने तक घासफूस उग आए हैं। अब तो स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने वाले युवाओं व बुजुर्गों ने खेल मैदान में आना ही छोड़ दिया। नहीं तो सुबह में यहां टहलने वालों की भीड़ जमा रहती थी। कालेज में पढ़ने वाले छात्रों सहित खिलाड़ियों की भी परेशानी बढ़ गई है। नियमित अभ्यास के लिए उन्हें भटकना पड़ रहा है।
आपको बता दें कि विडंबना यह भी है कि डीएम सहित विभागीय अधिकारियों ने निरीक्षण के दौरान जलभराव की समस्या दूर करने का निर्देश दिया था। इसके बाद भी संबंधित विभाग मौन है। वहीं विडंबना यह है कि खेल मैदान के एक छोर पर स्थित एलटी माडल स्कूल के बच्चों को पानी से होकर जाना पड़ता है, फिर भी किसी का ध्यान नहीं है।
बताते चलें कि सकलडीहा इंटर कालेज का खेल मैदान युवाओं की खेल अभ्यास व बुजुर्गों के लिए टहलने के लिए उपयुक्त स्थान है। इस मैदान ने अब तक कई खिलाड़ी पैदा किए हैं। आसपास कोई खेल स्टेडियम न होने के कारण यह मैदान खेल के साथ साथ राजनैतिक गतिविधियों का भी केंद्र रहा है। यह मैदान राजनीति के कई दिग्गजों की सभाओं का गवाह रहा है, लेकिन विगत कई वर्षों से जलनिकासी बाधित होने के कारण इस मैदान में वर्ष के छह माह जलभराव की स्थिति बनी रहती है। घुटने तक ऊंचे घासफूस के बीच मैदान ने मानों अपना अस्तित्व ही खो दिया है। ऐसी विकट परिस्थिति में खेल के प्रति रुझान रखने वाले युवा काफी परेशान हैं।
बता दें कि सुबह-शाम टहलने का शौक रखने वाले लोगों को सड़क पर टहलने को विवश होना पड़ रहा है। जिससे किसी अनहोनी की आशंका बनी रहती है। तीन माह पूर्व समाधान दिवस पर शिकायत के बाद डीएम ने अपने निरीक्षण के दौरान समस्या के निदान का निर्देश दिया था, लेकिन संबंधित विभाग के कानों पर जूं नहीं रेंगी। वहीं इसी मैदान से पूरब दिशा में एलटी कालेज का भवन स्थित है।
जहां जूनियर हाईस्कूल माडल स्कूल संचालित है। यहां डेढ़ सौ ज्यादा बच्चे नामांकित हैं। वहां कक्षा छह, सात व आठवीं के बच्चों को पानी से होकर ही स्कूल में प्रवेश करना होता है। प्रधानाध्यापक राजीव उपाध्याय ने बताया कि बच्चों को स्कूल आने में काफी परेशानी उठानी पड़ती है। हमेशा पानी भरा होने के कारण अभिभावक स्कूल में बच्चों को स्कूल भेजने में रुचि नहीं दिखाते।
बोले ग्रामीण.....
किसी समय मैदान में स्वास्थ्य के प्रति जागरूक नागरिकों का सुबह-शाम जमावड़ा लगा रहता था। बच्चे खेलते थे और बुजुर्ग टहलते थे। बड़ा सुंदर दृश्य होता था। संसाधन न होने के बाद बच्चों में खेल के प्रति रुझान कम होना स्वाभाविक है।
बोले युवा ...
यह मैदान लगभग सभी खेलों के लिए उपयुक्त है। क्षेत्र में कोई खेल स्टेडियम न होने के आसपास के बच्चे व युवा इसी मैदान में खेलते थे, लेकिन पिछले कई वर्ष से इसमें पानी ही भरा रहता है।
इस संबंध में सकलडीहा एडीओ पंचायत बजरंगी पांडेय ने बताया कि रास्ते का राजस्व विभाग से चिह्नांकन कराकर जलनिकासी सुनिश्चित कराने का प्रयास किया जा रहा है। इसके बाद पंचायत विभाग द्वारा जरूरत पड़ने पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
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