कैथी में शिवमहापुराण कथा में बोले संत शशिकांत महाराज- कलियुग के प्रभाव से केवल महादेव ही बचा सकते हैं

कैथी गांव में शिव महापुराण कथा का तीसरा दिन
संत शशिकांत महाराज ने शिव भक्ति का महत्व भावपूर्वक बताया
नारद के मोह में पड़ने की कथा सुनकर श्रद्धालु हुए भाव-विभोर
चन्दौली जिले के चहनियां क्षेत्र के कैथी में चल रहे जन कल्याण सेवा समिति और ग्रामीणों के द्वारा शिव महापुराण कथा के तीसरे दिन गुरुवार की देर शाम को संत शशिकांत जी महाराज ने बताया कि महादेव की कृपा किसके ऊपर कब हो जाय कोई नही जानता । शिव मंदिर में दीप जलाने का बहुत बड़ा महत्व है । एक चोर को भोले नाथ ने महाशिवरात्रि पर दीपक जलाने पर कुबेर बना दिया।

जब भक्त भगवान की भक्ति को छोड़कर दुनिया के तरफ देखते है तो पतन शुरू हो जाता है। यही गलती देव ऋषि नारद ने कर दिया। विश्व मोहिनी से शादी करने चले गये। पर बिष्णु ने बंदर का मुख लगा दिया । सभी को नारद जी दिख रहे थे पर विश्व मोहिनी को बंदर दिख रही थी । जब ये सच्चाई जानी तो बिष्णु से लड़ने पहुच गये। खूब जमकर गाली दिया और बिष्णु को तीन श्राप दिया। जो रामावतार में सत्य हुआ। नारायण नारायण जपने वाले नारद का भ्रम बिष्णु जी ने तोड़ा।

तब बिष्णु ने कहा कि महादेव ने मना किया था। तुम नही माने। तुम अपने कर्तव्य को भूलकर सांसारिक मोह माया में आ गये। चरणों मे गिरकर गिड़गिड़ाने लगे तब बिष्णु ने कहा कि तुम्हारा अपराध तब खत्म होगा जब तुम काशी जाकर ओम नमः शिवाय का जाप करोगे। नारद ने काशी में गंगा किनारे पार्थिव शिवलिंग बनाकर जल चढ़ाकर जाप करने लगे। भोले नाथ प्रकट होकर उनके अपराधों को क्षमा किया। भागकर अपने पिता ब्रम्हा के पास पहुँचे और उनसे शिवतत्व के बारे में जाना। कलियुग का वर्णन विस्तृत से किया।
एक युग की आयु आप जानते है चारो युगों को मिलाकर मेरे भोले नाथ की आयु है। आप आंकड़ा लगा लीजिए। युगों युगों तक भोले नाथ है और रहेंगे। कलियुग के प्रभाव को केवल महादेव ही खत्म कर सकते है। तीनो लोक का वर्षों भ्रमण कर महादेव कैलाश पर्वत पर आकर तीनो लोक को देख रहे है। आप कितना ही पाप कर लो पर महादेव सब देख रहे है। शिव महापुराण में लिखा है कि कथा स्थल पर सुनने मात्र से कल्याण होगा। भाव से कहना कि बाबा अब तो मेरा कल्याण करो। जीवन मे गुरु का होना बहुत जरूरी है। बिना गुरु के बेड़ा पार नही होता है। माता पार्वती के जीवन पर विस्तृत वर्णन किया।
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