सिकल सेल एनीमिया जागरूकता संगोष्ठी का आयोजन, कैप्टन मनोज पांडेय को दी गई श्रद्धांजलि

सकलडीहा इंटर कॉलेज में आयोजन
एनसीसी कैडेट्स के द्वारा होगा जानकारी का प्रचार
सिकल सेल एनीमिया जागरूकता संगोष्ठी
चंदौली जिले में गुरुवार को 91 बटालियन के समादेश अधिकारी के निर्देशानुसार सकलडीहा इंटर कॉलेज में एनसीसी कैडेट्स के द्वारा सिकल सेल एनीमिया जागरूकता संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को इस गंभीर वंशानुगत रोग के प्रति जागरूक करना था, जो माता-पिता से संतानों में स्थानांतरित होता है।

इस अवसर पर विशेषज्ञ वक्ता डॉ. अमित कुमार गुप्ता ने सिकल सेल एनीमिया विषय पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह रोग खून से संबंधित होता है, जिसमें लाल रक्त कणिकाएं अर्धचंद्राकार हो जाती हैं और शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह बाधित होता है। इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को समय-समय पर तेज़ दर्द, थकावट और अन्य शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं। डॉ. गुप्ता ने बताया कि यदि विवाह से पहले माता-पिता का जीन परीक्षण (Genetic Test) करा लिया जाए तो इस रोग की पीढ़ी दर पीढ़ी स्थानांतरण की आशंका को रोका जा सकता है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यदि कोई इस रोग से ग्रसित हो भी जाए, तो संतुलित दिनचर्या, पोषण और नियमित चिकित्सकीय परामर्श से स्वस्थ जीवन जिया जा सकता है।

संगोष्ठी में विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री घनश्याम त्रिपाठी ने भी कैडेट्स को संबोधित करते हुए आज के दिन की विशेषता पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि 3 जुलाई को कारगिल युद्ध के नायक कैप्टन मनोज पांडेय की पुण्यतिथि है, जिन्होंने राष्ट्र की रक्षा करते हुए वीरगति प्राप्त की। प्रधानाचार्य ने कहा कि ऐसे वीरों का बलिदान युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत है और हमें उनके आदर्शों को आत्मसात करना चाहिए।
इस अवसर पर डॉ. घनश्याम गुप्ता और डॉ. संतोष विश्वकर्मा ने भी अपने विचार साझा करते हुए रोग जागरूकता के साथ-साथ सामाजिक उत्तरदायित्व पर बल दिया। कार्यक्रम का संचालन कर रहे कैप्टन सत्य मूर्ति ओझा ने कैडेट्स को संबोधित करते हुए कहा कि आज का यह प्रशिक्षण सिर्फ ज्ञान नहीं है, बल्कि एक जिम्मेदारी है, जिसे हर कैडेट को अपने आस-पास, घर-परिवार और मोहल्ले में जागरूकता फैलाकर निभाना है। उन्होंने कहा कि “जब दिनचर्या संतुलित होगी, जीवन रोगमुक्त होगा।”
कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय पॉलीथिन निषेध दिवस भी मनाया गया, जिसमें प्लास्टिक के दुष्प्रभावों पर चर्चा की गई और पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया गया। एनसीसी कैडेट्स – सर्वेश कुमार, कुनाल कुमार, राकिब, आदर्श लहरी, रूबी कुमारी, पायल सहित कई अन्य कैडेट्स ने सक्रिय रूप से सहभागिता निभाई।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया। संगोष्ठी ने ना केवल स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता को बल दिया, बल्कि देशभक्ति और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना को भी प्रबल किया।
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