चोचकपुर के बाद टांडा-कैथी का पीपा पुल भी बंद, महाकुंभ मेले के बाद खुलेगा पुल
पांटून पुल से आवागमन हुआ बंद
जानकारी के अभाव में पुल से आने-जाने वाले राहगीरों को हुई परेशानी
अब लोगों को लगाना होगा 30 किमी का चक्कर
चंदौली से वाराणसी और मार्कण्डेय महादेव धाम को जोड़ने वाला टांडा कला से कैथी के बीच बना पांटून पुल मंगलवार से बंद कर दिया गया है। पुल के दोनों ओर रस्सा बांध दिया गया है। जानकारी के अभाव में पुल से आने-जाने वाले राहगीर दोनों छोर से बैरंग लौट गए। शासन के निर्देश पर पुल पर आने जाने के लिए लगी लोहे की चादर को प्रयागराज के महाकुंभ भेजने के चलते आवागमन बंद किया गया है। पुल बंद होने से अब लोगों को चहनियां से 10 किमी की जगह 30 किमी का सफर करना होगा।
आपको बता दें कि टाण्डा कला और कैथी के बीच बने पांटून पुल से चंदौली और वाराणसी के लोगों का आवागमन हो रहा था। कैथी स्थित मार्कण्डेय महादेव धाम को भी श्रद्धालुओं को आने-जाने में काफी सहूलियत हो रही थी। लेकिन इसके बंद होने से अब लोगों को सैदपुर या फिर बलुआ पक्का पुल से वाराणसी और कैथी मारकंडेय महादेव धाम तक करीब 30 किमी का चक्कर लगाना होगा। पुल बनने से विद्यार्थी, व्यापारी कारोबारी, नौकरी पेशा करने वालों को काफी आसानी थी। इसके बंद होने से दूरी के साथ किराया भी अधिक लगेगा।
लोक निर्माण विभाग के अनुसार महाकुंभ की समाप्ति तक पुल को बंद किया गया है। लोक निर्माण विभाग ने निशुल्क आवागमन के लिए नावों की व्यवस्था कर दी है।
घाट दरोगा दीन सिंह ने बताया कि टाण्डा-कैथी गंगा नदी पर बना पांटून पुल पर आने-जाने के लिए लगा लोहे का चादर जो आवागमन के लिए था उसे शासन के निर्देश पर प्रयागराज भेजा जा रहा है। इसिलिए पांटून पुल मंगलवार से बंद कर दिया गया है।
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