धीना क्षेत्र में मच्छर-मक्खियों का आतंक, दर्जनों गांवों में लोग बेहाल

मक्खियों की भंभनाहट से दिन का चैन और रात की नींद हुई हराम
टाइफाइड, हैजा, पेचिश और डायरिया का मंडरा रहा खतरा
ग्रामीणों ने प्रशासन से दवा छिड़काव की लगाई गुहार
चंदौली जिले के सैयदराजा विधान सभा के बरहनी विकास खण्ड के धीना बाजार से सटे दर्जनों गावों में मच्छर मक्खियों के आतंक से ग्रामीण परेशान है।
आपको बता दें कि इन दिनों मौसम की मार से पनप रहें मक्खी मछचरों से दिन का चैन और रात की नीद हराम हो गयीं है। ग्रामीण दरोगा राय, संजय सिँह आदि ने बताया की अप्रैल माह की शुरुआत में पूर्वा हवा चलने से मक्खी मछचरों के प्रकोप बढ़ा है। जिससे ग्रामीणों की रात की नीद और दिन का चैन छीन गया है। बड़ी बड़ी हरी काली मक्खीयां आपने स्वर में भंभना रही है।

बताते चले कि धीना बाजार से सटे करीब दर्जनों गावों के लोग मच्छर,मक्खियों के आतंक से परेशान है। जिनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। जिसमे सिकठा, बैरी कलां, बैरी खुर्द, खझरा, धीना बाजार, सबलजलालपुर, डिग्घी, कपसिया, चखनिया आदि गांवो में मक्खियों का प्रकोप इतना अधिक बढ़ गया है कि लोगो का जीना हराम हो गया है। दिन तो दिन रात्रि के समय मे भी मक्खियां कम होने का नाम नही ले रही है। जिससे लोग की दिन का चैन रात की नीद हराम हो गयीं है। लोगो का खाना पीना नहाना धोना सब दुश्वार हो गया है।

पैसे वाले लोग मक्खियों के डर से अपना शुभ अशुभ कार्यक्रम क्षेत्र से दूर किसी लाॅन मे कर ले रहे है। लेकिन गरीब आदमी के लिए यह एक चुनौतीपूर्ण सा हो गया है। लोग मक्खियों के झुंड के बीच ही अपना शुभ व अशुभ कार्यक्रम करने के लिए मजबूर है। मक्खियों का आकार और प्रजाति ऐसी है। जो सडे गली वस्तुओ पर अक्सर देखा जाता है। हरे किस्म की बड़ी मक्खियों से परेशान लोग अपने घरो मे फिनाइल, किटनाशक आदि दवाओ का छिड़काव कर रहे है। लेकिन मक्खियों के उपर उनका कोई असर नही पड़ रहा है ।
क्षेत्रीय ग्रामीणो ने जिला प्रशासन का ध्यान आकृष्ट करते हुए मक्खि रोधी दवा छिड़काव करने मांग की है। वहीं धानापुर विकास खण्ड के भी प्रभावित गावों में दवा छिड़काव की मांग की गयीं है। खड़ान, कवई खरीहनिया असवरिया बहेरी जमुर्खा, जनौली, रैथा कमालपुर आदि गाव प्रभावित्त है।
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