राजस्व से अधिक अपनी वसूली पर जोर, बिजली विभाग के विजिलेंस वाले भर रहे हैं अपनी जेब

गांवों में बिजली चेकिंग की आड़ में हो रही धन उगाही
गांव वाले लगा रहे हैं ऐसा आरोप
उपभोक्ताओं में बढ़ने लगा है भारी आक्रोश
चंदौली जिले के कई गांवों में बिजली विभाग के विजिलेंस से जुड़े लोग छापा मारकर वसूली करने का जुगाड़ लगा रहे हैं। कई गांवों से अक्सर इस तरह की शिकायतें आती रहती हैं। इसी मामले में ताराजीवनपुर गांव में ऐसी शिकायतें मिलने लगी हैं।
जिले के ताराजीवनपुर गांव में विजिलेंस विभाग द्वारा गांवों में बिजली चेकिंग की आड़ में कथित रूप से धन वसूली किए जाने के आरोप सामने आ रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पिछले पखवारे से विजिलेंस टीम लगातार गांवों में पहुंचकर बिजली की जांच कर रही है, लेकिन इसके बाद उपभोक्ताओं को कार्यालय बुलाकर अवैध रूप से रुपये मांगे जा रहे हैं।

सहरोई, टडिया, कठौरी और कोरी गांव में पहुंची टीम
बताते चले कि कुछ दिन पहले विजिलेंस टीम सहरोई और टडिया गांव में गई थी, जहां पूरे गांव में चेकिंग कर कुछ उपभोक्ताओं के नाम दर्ज किए गए। इसके बाद बुधवार को टीम कठौरी और गुरुवार को कोरी गांव पहुंची। ग्रामीणों का आरोप है कि टीम जांच के बाद उपभोक्ताओं को आफिस बुलाती है और वहां उनसे पैसे की मांग की जाती है।

भाजपा नेता से भी हो चुकी है नोकझोंक
कोरी गांव में इससे पूर्व भी विजिलेंस टीम द्वारा छापेमारी की गई थी। जिसको लेकर एक भाजपा नेता से टीम की कहासुनी भी हो चुकी है। बावजूद इसके ग्रामीणों का कहना है कि विजिलेंस टीम की कार्यप्रणाली में कोई सुधार नहीं हुआ है। लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द इस प्रक्रिया में बदलाव नहीं हुआ तो वे उग्र आंदोलन करेंगे।
बिजली विभाग का पक्ष
इस संबंध में विभागीय जेई विकास यादव ने किसी भी प्रकार की धन उगाही के आरोप से इनकार किया है। उन्होंने बताया कि इस मामले में प्रभारी अधिकारी से बात की जा सकती है। हालांकि, जब प्रभारी से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उनका मोबाइल फोन आउट ऑफ कवरेज मिला।
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