जिले का पहला ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टलMovie prime

बड़ा सवाल : आखिर इन खाली पदों पर क्यों नहीं हो रही भर्ती, क्या चाहती है योगी सरकार

चंदौली जिले में माध्यमिक विद्यालयों की शिक्षा भगवान भरोसे ही है। जिले के कई माध्यमिक विद्यालयों में 200 से अधिक पद खाली हैं, जहां पर नियुक्ति के लिए इंतजार किया जा रहा है।
 

जिले के माध्यमिक विद्यालयों में सैकड़ों पद खाली

242 शिक्षकों के पद हैं कई साल से खाली

कैसे होगी सारे विषयों की अच्छी तरह से पढ़ाई

चंदौली जिले में माध्यमिक विद्यालयों की शिक्षा भगवान भरोसे ही है। जिले के कई माध्यमिक विद्यालयों में 200 से अधिक पद खाली हैं, जहां पर नियुक्ति के लिए इंतजार किया जा रहा है। जिले के आकड़ें को देखें तो सारे माध्यमिक विद्यालयों में 242 शिक्षकों के पद खाली हैं। अब सवाल ये है कि आखिर सरकार इसे गंभीरता से क्यों नहीं ले रही है और भर्तियां उसकी प्राथमिकता में क्यों नहीं हैं।

माध्यमिक विद्यालयों के बारे में मिली जानकारी में बताया जा रहा है कि इन खाली पदों में 180 सहायक शिक्षक और 62 पद प्रवक्ता के हैं। हिंदी, गणित, विज्ञान, अंग्रेजी समेत कई विषयों के पद कई साल से खाली हैं।

आपको बता दें कि जिले में 26 राजकीय और 34 अशासकीय विद्यालयों में शिक्षकों के कुल 884 पद हैं। वित्त वर्ष 2023 24 के आंकड़ों के मुताबिक राजकीय विद्यालयों में सहायक शिक्षकों के 224 और प्रवक्ता के 50 पद हैं। इन विद्यालयों में 36 प्रवक्ता और 154 सहायक शिक्षक तैनात है। वहीं, अशासकीय विद्यालयों में प्रवक्ता के 203 पद के सापेक्ष 155 शिक्षक ही हैं। 549 सहायक शिक्षकों के पद हैं लेकिन तैनाती सिर्फ 439 शिक्षकों की है। इस तरह राजकीय विद्यालयों में सहायक शिक्षकों के 70 और प्रवक्ता के 14 पद खाली हैं।

वहीं अशासकीय विद्यालयों में प्रवक्ता के 48 और सहायक शिक्षकों के पद 110 खाली हैं। इस तरह सहायक शिक्षकों के 180 और प्रवक्ता के 62 पद खाली हैं। 

इस सम्बन्ध में प्रभारी जिला विद्यालय निरीक्षक राजेश कुमार यादव ने बताया कि एक साल से खाली पदों पर कोई नियुक्तियां नहीं हुई। राजकीय और सहायता प्राप्त विद्यालयों में सहायक शिक्षक के 180 और प्रवक्ता के 62 पद खाली हैं। सरकार व विभाग स्तर से कोशिश की जा रही है। हमें उसी प्रक्रिया का इंतजार है।

चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*