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380 मुगलसराय विधानसभा : 5 'स' के फार्मूले पर मुगलसराय की मूलभूत सेवाओं को करेंगे दुरूस्त, यह है योजना

मुगलसराय विधानसभा सीट से टिकट की दावेदारी कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता शशि शंकर सिंह के पुराने किसान के साथ-साथ राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखते हैं।
 

दो दशक से अधिक की सेवा का प्रतिफल चाह रहे शशि शंकर सिंह

अपनी मेहनत से बनायी है राजनीतिक पहचान

चंदौली जिले की मुगलसराय विधानसभा सीट से टिकट की दावेदारी कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता शशि शंकर सिंह के पुराने किसान के साथ-साथ राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखते हैं। इनके दादा बाबू सागर सिंह सोशलिस्ट पार्टी के नेता रहे और आचार्य नरेन्द्र देव के साथ करते हुए पार्टी के उपाध्यक्ष बने थे। साथ ही साथ एक और पारिवारिक दादा ठाकुर गुरजन सिंह आरएसएस व विहिप नेता के सानिध्य में राजनीति का ककहरा सीखा। दादा बार काउंसिल के सदस्य से लेकर अध्यक्ष तक का सफर हासिल किया। उसी के स्वरूप में अपनी पहचान को धीरे धीरे उसी को आगे बढ़ाते हुए शंकर सिंह में भारतीय जनता पार्टी में अपना राजनीतिक सफर शुरू किया। पिछले दो दशकों से भी अधिक का समय पार्टी के साथ व्यतीत किया है। उन्हें उम्मीद है कि पार्टी उनके सेवाओं पर ध्यान देते हुए अबकी बार विधानसभा चुनाव में उनको टिकट देगी। 

राजनीतिक सफर की शुरुआत

शशि शंकर सिंह ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआती दिनों की याद करते हुए कहा कि 1984-85 जब राजनीति में उनकी दिलचस्पी बढ़ी तो उसी समय उनके इलाके में राम जानकी रथ यात्रा आई थी। यह राम जन्मभूमि का ताला खोलने के लिए अलग-अलग जगहों से घूम कर चंदौली जिले के अशोक इंटर बबुरी में रुकी थी। उस दौरान वहां पर भाषण सुनने के लिए गए और वहां पर नेताओं के भाषण से इतना प्रभावित हुए कि हाई स्कूल की शिक्षा के द्वारा नहीं वह बजरंग दल के सदस्य बन गए। 1990 में वह भाजपा से जुड़े और तब से लेकर कई पदों पर काम किया। बूथ स्तर से जिला उपाध्यक्ष के सफर में उन्होंने पार्टी के द्वारा दी गयी कई जिम्मेदारियों को बखूबी संभाला और आज भी पार्टी की तन मन धन से सेवा कर रहे हैं।

राजनीतिक गुरु और आदर्श

शशि शंकर सिंह अपने राजनीतिक गुरु और आदर्शों के बारे में चर्चा करते हुए कहते हैं कि अपने दादा ठाकुर गुरजन सिंह और बाबू सागर सिंह के बाद वह पंडित दीनदयाल उपाध्याय की विचारधारा को लेकर राजनीति में आगे बढ़ते गए। पंडित दीनदयाल उपाध्याय की अंत्योदय की विचारधारा ने उन्हें प्रभावित किया। इसी आदर्श और लक्ष्य को लेकर वह चंदौली जिले की राजनीति कर रहे हैं।

शशि शंकर सिंह का कहना है कि समाज सेवा ही उनका राजनीतिक लक्ष्य है और गरीबों का जीवन स्तर ऊपर उठाना चाहते हैं, ताकि वह अपने रहन-सहन के साथ-साथ शिक्षा का स्तर ऊपर करके समाज की मुख्यधारा में शामिल हो सकें और देश तथा समाज के विकास में अपना योगदान दे सकें।

मुगलसराय विधानसभा से इसलिए दावेदारी

 चंदौली जिले की चार विधानसभा में से मुगलसराय विधानसभा की दावेदारी के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह खुद भी मुगलसराय विधानसभा के मूल निवासी हैं और इसी इलाके में रहते हुए पिछले दो दशकों से लोगों की सेवा और मदद कर रहे हैं। इस इलाके की हर छोटी बड़ी समस्या से अवगत हैं। समय-समय पर वह इसके लिए राजनीतिक और गैर राजनीतिक तरीके से पहल भी करते हैं। इसीलिए उनको उम्मीद है कि अबकी बार विधानसभा चुनाव में अगर भारतीय जनता पार्टी ने उनको टिकट दिया तो मुगलसराय की जनता अपने बेटे और भाई को विधानसभा में पहुंचने का मौका देगी।

 मुगलसराय विधानसभा के विकास की कार्ययोजना

 मुगलसराय विधानसभा के विकास कार्यों पर चर्चा करते हुए शंकर सिंह ने कहा कि यह पंडित कमलापति की कर्मस्थली है। पंडित कमलापति ने चंदौली जनपद के लिए बहुत कुछ किया, लेकिन उसके बाद कि जनपद में कुछ नया तो नहीं किया। उनकी विरासत व कार्यों को सहेजने का भी काम नहीं किया, लेकिन 2014 के बाद चंदौली जिले में पंडित कमलापति त्रिपाठी जैसा ही एक बड़ा नेतृत्व मिला है। जब से डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडेय चंदौली जिले में आए हैं, वह चंदौली की के विकास के लिए निरंतक चिंतनशील रहते हैं और चंदौली में एक से बढ़कर एक योजनाओं को लाने की कोशिश कर रहे हैं। शशि शंकर सिंह ने कहा कि उनको उम्मीद है कि जल्द ही चंदौली जिले में भारी उद्योग मंत्रालय का एक बड़ा प्रोजेक्ट आएगा। देश में मोदी व प्रदेश में योगी की सरकार एक बार फिर आने वाली है और चंदौली जिले की हर बड़ी समस्या को दूर करने की भरपूर कोशिश की जाएगी और चंदौली जिले को विकास की धारा में अग्रणी जिला बनाया जाएगा।

जानिए क्या है  5 'स' का फार्मूला

 शशि शंकर सिंह ने चंदौली कि जिले की मुगलसराय विधानसभा की मूलभूत सुविधाओं पर फोकस करते हुए कहा कि वह अगर विधायक बनते हैं, तो 5 'स' पर अपना फोकस करेंगे। सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, सिंचाई व सुरक्षा पर काम करने की जरूरत होती है। इस पर भाजपा की सरकार में बहुत सारे काम हो गए हैं और कई कार्यों पर सरकार की योजना पर काम चल रहा है। बाकी जो भी काम बच जाएंगे उनको पूरा किया जाएंगे। साथ ही सिंचाई की समस्या पर विशेष ध्यान देकर किसानों की समस्या को दूर करने का काम होगा। धान के सीजन में टेल तक पानी पहुंचाने पर जोर होगा।

पार्टी कार्यकर्ताओं की तीसरी मां

शशि शंकर सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी एक अनुशासित पार्टी है। कार्यकर्ता पूरे मनोयोग से काम करते हैं। पार्टी के अंदर दावेदार ज्यादा है और टिकट केवल एक ही व्यक्ति को मिलेगा। इसका इस बात पर कोई फर्क नहीं पड़ता कि अधिक दावेदार होने से पार्टी के अंदर खींचतान है। भारतीय जनता पार्टी एक परिवार की तरह चलने वाली पार्टी है। जिस व्यक्ति को टिकट मिलेगा, बाकी सारे दावेदार उसके पीछे चलते हुए भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार को जीत दिलाने का काम करते हैं। 

भारतीय जनता पार्टी के नेता और कार्यकर्ता भाजपा को तीसरी माता के रूप में मानते हैं और व्यक्ति नहीं बल्कि पार्टी को देख कर काम करते हैं। हर कार्यकर्ता खुद की हार जीत को देखकर चुनाव में जुटता है।

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