PM Kisan Samman Nidhi : एक छोटी सी गलती से पीएम सम्मान निधि से वंचित रह गए चंदौली के 44 हजार किसान

2.57 लाख पंजीकृत किसानों में से 2.13 लाख को ही मिली 19वीं किस्त
ई-केवाईसी, एनपीसीआई सीडिंग और भूलेख अंकन न होने से अटकी राशि
केवाईसी पूरी न कराने से कई किसानों की पिछली किस्तें भी रुकीं है
आगे भी हजारों किसानों को रहना पड़ेगा वंचित
चंदौली जिले में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 19 वीं किस्त 24 फरवरी को जारी हो गई थी। इस किस्त से 44 हजार किसान वंचित रह गए हैं। इनमें ऐसे किसान शामिल हैं, जिन्होंने अपने ई-केवाईसी, खातों की केवाईसी, एनपीसीआइ (नेशनल पेमेंट कार्पोरेशन आफ इंडिया) सीडिंग या भूलेख अंकन की प्रक्रिया को पूर्ण नहीं कराया। जनपद में 2.57 लाख से अधिक किसान पंजीकृत हैं। पीएम किसान सम्मान निधि की 19 वीं किस्त 2.13 लाख से अधिक किसानों को मिली है।

आपको बता दें कि किसानों के खातों में सीडिंग कराने, केवाईसी, ई-केवाईसी व फार्मर रजिस्ट्री कराने के लिए तहसील व विकास खंड स्तरों पर शिविरों का आयोजन किया गया। इस दौरान किसानों ने योजना से संबंधित अपनी समस्याओं का निस्तारण कराया। इसके लिए सभी किसानों को जागरूक भी किया गया। फिर भी ऐसे किसान वंचित रह गए, जिनके खाते की एनपीसीआइ, केवाईसी, आधार सीडिंग नहीं थे या ई-केवाइसी नहीं हुई है, इस कारण उनकी निधि की किस्त उनके खातों में नहीं पहुंची है। कुछ किसान ऐसे भी हैं, जिनकी दो या तीन किस्त तो मिल चुकी है लेकिन बाद में केवाईसी नहीं होने के कारण अन्य किस्तें रुक गई हैं।

क्या है एनपीसीआई:
यह केंद्रीय समाशोधन प्रणाली है। इसके माध्यम से आधार सीडिंग होता है। यह एक प्रक्रिया है। इसमें आपके आधार नंबर को सरकारी और गैर-सरकारी योजनाओं, सेवाओं और बैंक खातों से जोड़ा जाता है।
इस संबंध में उप निदेशक कृषि भीमसेन ने बताया कि जिन किसानों ने खाते खाते की केवाईसी नहीं कराई गई है, वह केवाईसी करा लें। भूलेख अंकन सहित अन्य प्रक्रियाओं को शीघ्र कराएं। बिना प्रक्रियाओं के पूर्ण कराएं सम्मान निधि खातों में नहीं पहुंचेगी। जिनकी किस्त नहीं पहुंची हैं, वह कार्यालय से पता कर सकते हैं। उनके खाते में क्या दिक्कत है।
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