वर्ष 2009 में तैयार की गई थी 5 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की कार्य योजना, घोटाले व करप्शन की भेंट चढ़ गयी योजना
गड़बड़ी की FIR के बाद से भूला है प्रोजेक्ट
अभी तक एक भी स्वास्थ्य केंद्रों का नहीं हो सका निर्माण
काम के लिए बजट भी हो चुका है पास
उसके बाद भी नहीं हो रहा काम
केवल कागजों में हो रहे हैं स्वास्थ्य सुविधा बढ़ाने के दावे
चंदौली जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए जिले में पांच सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की कार्य योजना वर्ष 2009 में तैयार की गई थी। इनके निर्माण की जिम्मेदारी कार्यदायी संस्था यूपीआरएनएनएल को सौंपी गई थी। 14 साल बाद भी एक भी सामुदायिक स्वास्थ्य का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया है।
आपको बता दें कि स्वास्थ्य विभाग की ओर वर्ष 2009 में बरहनी ब्लॉक में तीन करोड़ 22 लाख रुपये की लागत से बनने वाले सामुदायिक स्वास्थ्य के लिए तीन करोड़ 18 लाख रुपये जारी किए गए थे। इसी तरह चहनिया के चंदासी, शहाबगंज, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों का निर्माण तीन करोड़ 21 लाख रुपये और बबुरी में तीन करोड़ 74 लाख रुपये से निर्माण होना है। सभी स्वास्थ्य केंद्रों का निर्माण 2011 में पूरा करना था। 14 साल बाद भी किसी स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण नहीं हो पाया।
इस सम्बन्ध में स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि कार्यदायी संस्था को पूरा पैसा जारी कर दिया गया था। वर्ष 2015 में कार्यदायी संस्था के खिलाफ संबंधित थानों में प्रशासन ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी। बबुरी में एसआईटी जांच के बाद निर्माण कार्य शुरू करा दिया गया है जबकि बाकी चार स्वास्थ्य केंद्रों का निर्माण कार्य अभी नहीं शुरू हुआ।
इस संबंध में एसीएमओ डॉक्टर आरबी शरण ने बताया कि जिले में पांच सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण की कार्ययोजना अटकी है। अभी तक एक भी केंद्र का निर्माण पूरा नहीं हो सका है। कार्यदायी संस्था के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। उसके खिलाफ विधिक कार्रवाई चल रही है।
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