अपने घरों में आखिरी बार दिवाली मनाएंगे 65 परिवार, सड़क चौड़ीकरण में टूटेगे इनके आशियाने
फोरलेन सड़क की जद में आ रहे है नियामताबाद गांव के करीब 65 घर
परिवार के लोगों की बढ़ गई है चिंताएं
अंतिम दिवाली मनाने के बाद कहां जाएगा परिवार
प्रशासन मुआवजा देने का दे रहे हैं आश्वासन
आपको बता दें कि इस बार दीपावली पर नियामताबाद गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। यहां के 65 परिवार सड़क चौड़ीकरण के जद में आ गए हैं। उन्हें अभी तक न जमीन मिली है और न मुआवजा मिला है। ऐसे में सवाल यह है कि अब ये परिवार कहां जाएंगे। गांव के गोपाल प्रसाद गुप्ता कहते कि हमारे पास तो यही एक घर है, जिसमें दो बच्चों को पालते हैं और अब घर चौड़ीकरण में अधिक हिस्सा जा रहा है। कहां जायेंगे हमें सरकार जमीन उपलब्ध कराए और उचित मुआवजा दिया जाए।
किडनी रोग से ग्रसित चंद्रिका प्रसाद जायसवाल ठेले पर चाट बेचते हैं। सड़क चौड़ीकरण में वह भी प्रभावित हो रहे हैं। इसी तरह तेतरा देवी कहती हैं कि वह जिस घर में दुल्हन बनकर आयी थीं, उसी घर से अर्थी जाए। सागर पान की दुकान से परिवार का जीवकोपार्जन चलाते हैं। उनके समक्ष भी संकट खड़ा हो गया है।
इस सम्बन्ध में एसडीएम पीडीडीयू नगर आलोक कुमार ने बताया कि जो परिवार भूमिहीन हो गये हैं, सरकार उनके पुनर्वास की व्यवस्था करेगी। जितना संभव होगा, उतनी उनकी मदद की जाएगी।
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