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सांसद जी से नहीं डरते हैं चंदौली के ठेकेदार, न भरोसा है तो देखिए कालेश्वरनाथ मंदिर का हाल

ठेकेदारों की मेहरबानी व अफसरों की इमानदारी से निगरानी न होने के कारण काम न तो गुणवत्ता के हिसाब से हो रहा है और तय समय पर पूरा हो पाया है।
 

मंदिर के कार्य में भी ठेकेदार ने लगाया पलीता

आज भी छत से टपक रहा बारिश का पानी

श्रद्धालुओं में लापरवाही से है आक्रोश

चंदौली जनपद के सांसद व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री डॉ महेंद्र नाथ पांडेय द्वारा सकलडीहा स्टेशन चतुर्भुज स्थित बाबा कालेश्वर नाथ के मंदिर के लिए 8 करोड़ रुपए दिया गया था, तब यह सोचा गया था कि इससे मंदिर का सुंदरीकरण जल्द से जल्द होगा और त्यौहारों पर दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालुओं को इसका लाभ मिलेगा, लेकिन ठेकेदारों की मेहरबानी व अफसरों की इमानदारी से निगरानी न होने के कारण काम न तो गुणवत्ता के हिसाब से हो रहा है और तय समय पर पूरा हो पाया है।

सावन के महीने में सकलडीहा स्टेशन चतुर्भुजपुर स्थित स्वयंभू बाबा कालेश्वर नाथ मंदिर के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ आती है और वहां पर आने वाले लोगों को सांसद की पहल का लाभ नहीं मिलता दिखायी दे रहा है।

कहा जा रहा है कि ठेकेदार द्वारा कार्य पूरा न कराए जाने से बारिश का पानी मंदिर की छत से टपकने लग रहा है। इसके कारण जहां श्रद्धालु मंदिर परिसर में गिर रहे हैं, वही बारिश के पानी से भींग भी रहे हैं। इस कारण श्रद्धालुओं में बेहद आक्रोश है। 

आपको बता दें कि सकलडीहा स्टेशन चतुर्भुजपुर स्थित स्वयंभू  बाबा कालेश्वर नाथ मंदिर के लिए स्थानीय सांसद व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडेय ने मंदिर के लिए 8 करोड़ रुपए स्वीकृत कराया था, जिसमें मंदिर का सुंदरीकरण भी किया जाना था।  ठेकेदार द्वारा मंदिर के सुंदरीकरण का कार्य पूरा कर दिया गया है, लेकिन कई कार्य अभी भी अधूरे हैं और जो भी कार्य कराया गया है वह मानक के अनुरूप नहीं है। इसी के कारण छत से बारिश का पानी टपक रहा है, जिससे मंदिर परिसर में श्रद्धालु फिसल कर गिर रहे हैं और गिरकर घायल भी हो रहे हैं। 

इस संबंध में मंदिर के पुजारी राजेश पांडेय ने बताया कि मंदिर में अभी कई कार्य आधा अधूरा पड़ा हुआ है। मंदिर मेंएक  बोरिंग हुई थी वह भी फेल हो गई है। समर्सेबल पंप नहीं लगने से मंदिर की धुलाई एवम् साफ सफाई नहीं हो पाती है। इसके साथ साथ कई ऐसे कार्य हैं, जो कि अधूरे पड़े हुए हैं। जबकि मंदिरों की व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त करने के लिए चंदौली के सांसद बेहद सक्रिय रहते हैं। लेकिन ठेकेदार की लापरवाही के कारण श्रद्धालु जहां कार्य करने वाले ठेकेदार को कोस रहे हैं। वहीं कुछ लोग इसे चंदौली के सांसद की भी लापरवाही मान रहे हैं। 

लोगों का कहना है कि अगर जिले में सांसद की थोड़ी सी हनक होती तो कम से कम मंदिर के कामों में इस तरह की लापरवाही न दिखायी जाती और न ही ठेकेदार शिव मंदिर के जरूरी कार्य को अधूरा नहीं छोड़ कर चले जाते।

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