योगी सरकार की नीतियों से खुश नहीं हैं ईंट निर्माता समिति, आंदोलन की धमकी
भट्ठों को बंद कर देशव्यापी हड़ताल करने की योजना
दो प्रकार के कर अव्यवहारिक एवं अनुचित
चंदौली में ईंट निर्माता समिति के लोग प्रदेश सरकार की नीतियों से खुश नहीं हैं। उनका आरोप है कि सरकार ईंट भट्ठा संचालकों की उपेक्षा करती जा रही है। अगले सीजन में भट्ठा स्वामी भट्ठों को बंद कर देशव्यापी हड़ताल करने की योजना बना रहे हैं। सरकार की ओर से लाल ईंट निर्माताओं पर दो प्रकार के अव्यवहारिक एवं अनुचित कर दर में वृद्धि की गई है। अगर सरकार इसे वापस नहीं लेगें तो वह आंदोलन करेंगे।
जिले में पत्रकार वार्ता करते हुए संघ के प्रदेश महामंत्री रतन कुमार श्रीवास्तव ने सरकार की नीतियों की जमकर आलोचना की। इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार ईंट भट्ठा संचालकों की उपेक्षा करके इस उद्योग को बंद करवाना चाह रही है। अगले सीजन में भट्ठा स्वामी भट्ठों को बंद कर देश व्यापी हड़ताल करते हुए अपना विरोध करेंगे। सरकार की ओर से लाल ईंट निर्माताओं पर दो प्रकार के अव्यवहारिक एवं अनुचित कर दर में वृद्धि की गई है। इसे सरकार को वापस लेना चाहिए।
इस मौके पर रतन कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि ईंट पकाने के लिए प्रमुख ईधन कोयला है। लेकिन, कोयला के दाम में अप्रत्याशित वृद्धि से ईंट भट्ठों को चला पाना कठिन कार्य होने लगा है। ऐसे में सरकार को कोयले के दाम को नियंत्रित कर सस्ता और अच्छा कोयला उपलब्ध कराना चाहिए। साथ ही कोयले की कालाबाजारी को भी बंद कराने की पहल करनी चाहिए।
संघ के लोगों ने मांग की कि लाल ईंट निर्माता श्रमिकों के हित में श्रम कानून को सरल एवं व्यवहारिक बनाया जाना चाहिए। साथ ही जेसीबी मशीन से ईंट भट्ठों को खनन करने की अनुमति प्रदान की जानी चाहिए। लाल ईंट से बने घर का तापमान फ्लाई ऐश (राख) से बने मकान की अपेक्षा कम होता है। यह बात लोगों के साथ साथ सरकार को भी समझानी होगी।
रतन कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि फ्लाई ऐश से बने किसी भी उत्पाद में रेडियो धर्मी पदार्थ पाए जाते हैं। इससे दमा, कैंसर जैसी घातक बीमारी होती है। ऐसे में फ्लाई ऐश की बनी ईंटों के लगाने की अनिवार्यता के नोटिफिकेशन को निरस्त कर लाल ईंट को सरकारी कार्यों में उपयोग का आदेश निर्गत किया जाना चाहिए। लाल ईंट बनाने में कई परिवारों के लोगों को रोजगार मिलता है। सरकार को इसका भी ख्याल करना होगा।
इस दौरान अध्यक्ष ईंट भट्ठा व्यापारी रामगोपाल सिंह, ओपी सिंह, अशोक सिंह, संतोष तिवारी इत्यादि लोग मौजूद रहे।
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