परीक्षा की कॉपियों को नहीं जांचने जा रहे शिक्षक, कई शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी

चंदौली जिले में यूपी बोर्ड की कापियों का मूल्यांकन 23 अप्रैल से जारी है, लेकिन परीक्षकों के नहीं पहुंचने से कापियों के मूंल्याकन का काम प्रभावित होने लगा है। इस तरह की मनमानी से नाराज डीआईओएस डॉ. विजय प्रकाश सिंह ने अब सख्त कार्रवाई करने की तैयारी में जुट गए हैं। उन्होंने सभी केंद्राध्यक्षों से एडेड माध्यमिक विद्यालयों के उन परीक्षकों की सूची उपलब्ध कराने को कहा है जो बिना कारण बनाए कापियां जांचने नहीं जा रहे हैं। इससे परीक्षकों में खलबली मची हुई है।

जिले में हाईस्कूल और इंटर की कापियों के मूल्यांकन के लिए आदित्य नारायण इंटर कालेज चकिया, महेंद्र टेक्निकल इंटर कालेज चंदौली और नगर पालिका इंटर कालेज मुगलसराय को मूल्यांकन केंद्र बनाया गया है। सोमवार को तीनों केंद्रों पर कुल 7260 कापियों का मूल्यांकन हुआ।
डीआईओएस डॉ. वीपी प्रकाश ने बताया कि सोमवार को चकिया में तीन उपप्रधान और 40 परीक्षक अनुपस्थित रहे। वहीं चंदौली में 10 उपप्रधान और 98 परीक्षक जबकि मुगलसराय में 11 उपप्रधान और 30 परीक्षक कापी जांचने नहीं पहुंचे। उन्होंने बताया कि ऐसे सभी शिक्षकों की सूची मंगाई जा रही है। बिना कारण कोई परीक्षक अनुपस्थित हैं तो उनका वेतन रोका जाएगा। महिला शिक्षकों का सीसीएल भी निरस्त कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि जो शिक्षक प्रैक्टिकल के लिए बाहर गए हैं या फिर किसी कारण से केंद्रों पर नहीं पहुंच रहे हैं तो उन्हें अनुपस्थित होने का कारण स्पष्ट करना होगा।
डीआईओएस डॉ. वीपी प्रकाश ने कहा कि यदि बिना कारण बताए कोई मूल्यांकन से लापता रहा तो ऐसे सभी शिक्षकों का वेतन रोकने के साथ ही विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
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