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धान खरीद भुगतान : आधार के वेरीफाई के चक्कर में अटके हैं 130 किसानों के सवा सौ करोड़ रुपए

किसानों के अकाउंट में आधार वेरिफिकेशन न होने से ऐसा हुआ है, जबकि किसानों का कहना है कि उनका सबकुछ सही होने के बावजूद भुगतान नहीं किया जा रहा है। आलम यह है कि धान खरीद के भुगतान का इंतजार करते-करते गेहूं की खरीद की तिथि भी समाप्त हो गई है।

 

कब तक मिलेगा धान खरीद का पैसा

 किसी के पास नहीं है किसानों का जवाब

आधार वेरीफिकेशन के नाम पर हो रही है देरी

वैसे तो दावा किया जा रहा था कि 24 से 48 घंटे में धान को खरीदने वाली एजेंसी किसानों को भुगतान कर देगी, लेकिन जनपद में धान खरीद बंद हुए चार माह बीत चुके हैं..इसके बावजूद भी अभी तक 130 किसानों के धान विक्रय का करीब सवा सौ करोड़ लटका हुआ है। तमाम कारणों से भुगतान नहीं होने की बात कही जा रही है और किसान परेशान होकर चक्कर काट रहे हैं।

बताया जा रहा है कि चंदौली के कई किसान कर्ज लेकर अपना दैनिक काम निपटा रहे हैं तो  कई विभागों और बैंकों के चक्कर लगा लगाकर थक चुके हैं। अभी भी उन्हें यह पता नहीं कि उनका भुगतान कब होगा। विभाग का कहना है कि किसानों के अकाउंट में आधार वेरिफिकेशन न होने से ऐसा हुआ है, जबकि किसानों का कहना है कि उनका सबकुछ सही होने के बावजूद भुगतान नहीं किया जा रहा है। आलम यह है कि धान खरीद के भुगतान का इंतजार करते-करते गेहूं की खरीद की तिथि भी समाप्त हो गई है।

नियामताबाद विकासखंड के ग्राम सभा धपरी (सरने) के किसान राम प्रकाश बिंद ने दिसंबर 2021 में अपना और अपने संबंधियों का 408 कुंतल धान स्थानीय पीसीयू केंद्र पर बेचा। यहां अंगूठा लगाकर खाते में भुगतान की व्यवस्था थी, लेकिन उन्हें सिर्फ 224 क्विंटल का पैसा मिला। बचे धन के भुगतान को लेकर केंद्र प्रभारी राजू खरवार उन्हें बताया कि बाद में अंगुठा लगेगा, अभी सर्वर नहीं है आदि बहाने बनाकर वापस भेज दे रहे हैं। इसके बाद करीब पांच माह पूर्व केंद्र प्रभारी का मोबाइल बंद हो गया है। 

वहीं चंदौली विकासखंड के गोरारी निवासी किसान नरसिंह बहादुर सिंह ने 26 फरवरी 2020 को अपना 60 कुंतल धान स्थानीय क्रय केंद्र पर बेचा था। अब तक बेचे गए धन का एक रुपया भी इन्हें नहीं मिला है।

इसके अलावा बरहनी ब्लॉक के डैना गांव के किसान बुद्धन राय ने 7 दिसंबर 2021 को भतीजा में खुले यूपी एसएस के क्रय केंद्र पर 208 कुंतल धान बेचा था, लेकिन आज तक उनका चार लाख तीन हजार 520 रुपये का भुगतान नहीं हो सका है। छह माह से विभाग का चक्कर लगाते-लगाते वे थक चुके हैं। बावजूद इसके भुगतान नहीं किया जा रहा है।

इस बारे में जिला विपणन अधिकारी अनूप श्रीवास्तव ने बताया कि जिले में 130 किसान ऐसे हैं, जिनके धान खरीद का करीब 125 करोड़ का भुगतान तकनीकी दिक्कतों की वजह से नहीं हो पाया है। इसमें वे किसान शामिल हैं जिनका अकाउंट से आधार वेरिफाई नहीं हो सका है। उनके बैंक से वेरिफाई करा लेने के 10 दिनों के अंदर भुगतान हो जाएगा।

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