रामकिशुन बोले- भाजपा का पिछड़ा वर्ग विरोधी चेहरा उजागर, हक छीनने की कोशिश
सपा के पूर्व सांसद रामकिशुन ने की भाजपा की आलोचना
बिना आरक्षण चुनाव का होगा विरोध
सड़क से सदन तक लड़ाई लड़ेगी सरकार
उत्तर प्रदेश में होने वाले निकाय चुनाव को लेकर हाईकोर्ट का फैसला आने के बाद विपक्षी दलों ने अन्य पिछड़ा वर्ग के आरक्षण के मामले में भारतीय जनता पार्टी की सरकार को घेरने की कोशिश की है और कहा है कि इससे भारतीय जनता पार्टी का पिछड़ा वर्ग विरोधी चेहरा सामने आ गया है।
समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद रामकिशुन यादव ने बुधवार को समाजवादी पार्टी कार्यालय पर पत्रकारों के साथ बातचीत करने के दौरान कहा कि आरक्षण पर कोर्ट का फैसला भारतीय जनता पार्टी के आरक्षण विरोधी चेहरे को जगजाहिर कर दिया है। अब नगर निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण के मामले को लेकर भाजपा केवल घड़ियाली आंसू बहा रही है।
सपा नेता ने कहा कि आज भाजपा की वजह से पिछड़ों के आरक्षण का छीना जा रहा है, तो कल बाबा साहब के द्वारा दलितों के दिए गए दिए गए आरक्षण को भी छीनने की कोशिश की जाएगी। सपा के पूर्व सांसद ने कहा कि आरक्षण को छीनने की भाजपा की यह कोशिश कभी कामयाब नहीं होने दी जाएगी। जरूरत पड़ेगी तो इसके लिए समाजवादी पार्टी सड़क से लेकर संसद तक लड़ेगी।
सपा नेता ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने अब तक केवल पिछड़ों को धोखा दिया है। न्यायालय के समक्ष जानबूझकर सही तथ्य पेश नहीं किए, जिससे या फैसला आया है। इससे भारतीय जनता पार्टी की पिछड़ा वर्ग विरोधी नियत साफ हो जाती है। देश की जनता भारतीय जनता पार्टी के चाल, चरित्र और चेहरे की राजनीति को जान चुकी है। भाजपा के कई नेता खुद को पिछड़ा वर्ग का हितैसी बताते थे, लेकिन वह इस पूरे मामले पर चुप्पी साध गए हैं।
सपा नेता ने मांग की कि पहले पिछड़ों के आरक्षण को क्लीयर किया जाए। उसके बाद ही नगर पंचायत और नगर पालिकाओं के साथ-साथ नगर निगम के चुनाव होने चाहिए। समाजवादी पार्टी आरक्षण और पिछड़ों के हक को बचाने की लड़ाई सड़क से लेकर संसद तक लड़ती रहेगी।
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