
शनिवार से धरने पर बैठे लोगों की रविवार को स्वास्थ्य की जांच की गई
संगठनों के 6 लोग 50 घंटे की भूख हड़ताल पर बैठे हैं
चंदौली जिले में निशा यादव की मौत के मामले में दोषी पुलिसकर्मियों को सजा देने के साथ साथ अपनी कई मांगों को लेकर चंदौली जिले के विभिन्न संगठन के लोग जिला मुख्यालय पर अपनी भूख हड़ताल कर रहे हैं। शनिवार से धरने पर बैठे लोगों की रविवार को स्वास्थ्य की जांच की गई।
बताया जा रहा है कि सदर के नायाब तहसीलदार अवनीश कुमार सिंह, चिकित्सक डॉ दिवेश कुमार पांडेय, टेक्नीशियन मो इमरान खान और स्वास्थ्यकर्मी लक्ष्मण प्रसाद मौके पर पहुंचकर धरना दे रहे सभा लोगों की स्वास्थ्य की जांच की। हालांकि फिलहाल सभी की हालत सामान्य होने की जानकारी के बाद अफसरों ने राहत की सांस ली।
मौके पर धरना दे रहे सभी लोग तत्कालीन सैयदराजा इंस्पेक्टर उदय प्रताप की गिरफ्तारी, सैयदराजा के विधायक सुशील सिंह की मामले में संलिप्तता की जांच, मृतका के पिता कन्हैया यादव के ऊपर से गुंडा एक्ट हटाते हुए और जिला बदर की कार्रवाई वापस लिए जाने की मांग कर रहे हैं। इसके साथ साथ हत्याकांड की न्यायिक जांच, पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग पर करके अपना आंदोलन चला रहे हैं।
रविवार को धरने में लोगों का साथ देने के लिए मृतका निशा के पिता कन्हैया यादव, माता चंदा देवी और भाई विजय यादव मनराजपुर गांव के लोगों के साथ विकास भवन के पास धरनास्थल पहुंचे। लोगों में मृतका को न्याय देने और दोषियों के खिलाफ सख्त करवाई करने की मांग को बुलंद करते हुए कहा कि जब तक दोषियों को सजा नहीं मिल जाती है, तब तक वह आंदोलन करते रहेंगे।
आपको बता दें कि निशा यादव मर्डर के मामले को लेकर शनिवार से विकास भवन के पास विभिन्न संगठनों के 6 लोग 50 घंटे की भूख हड़ताल पर बैठे हैं। इसमें भाकपा (माले) केंद्रीय कमेटी के सदस्य तथा प्रदेश सचिव कामरेड सुधाकर यादव, भाकियू मण्डल प्रवक्ता मणिदेव चतुर्वेदी, अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा के जिला उपाध्यक्ष विजय राम, भाकियू के मंडल अध्यक्ष जितेंद्र प्रताप तिवारी, भाकियू के सतीश सिंह चौहान और रंकज सिंह शामिल हैं।