जिले का पहला ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टलMovie prime

किसान न्याय मोर्चा ने डीएम ईशा दुहन के सामने रखी 300 से अधिक किसानों की समस्या

अगर तहसील प्रशासन प्रभावित किसानों के हक में फैसला नहीं लेगा, तो हम आंदोलन को बाध्य होंगे। डीएम से उन्होंने मांग की कि बगैर जांच और सत्यापन किसी प्रकार का आदेश परित न किया जाए। 
 

जमुनीपुर, बरंगा और फेसुड़ा सहित कई गांव के किसान परेशान

 किसान न्याय मोर्चा लड़ेगा किसानों की लड़ाई

चंदौली में किसान न्याय मोर्चा ने गुरूवार को कलेक्ट्रेट में डीएम ईशा दुहन से मुलाकात की। आरोप लगाया कि सकलडीहा तहसील क्षेत्र के जमुनीपुर, बरंगा और फेसुड़ा सहित अन्य गांव के तीन सौ से अधिक किसानों को उनकी भूमि से बेदखल करने की साजिश रची जा रही है और राजस्व अभिलेख में नवीन परती दर्ज होने के बाद भी तहसील प्रशासन ने जमीन को तालाब बताते हुए किसानों को नोटिस भेज दिया है।

Kisan Nyay Morcha


इस मौके पर किसान न्याय मोर्चा के प्रदेश संयोजक महेंद्र प्रसाद ने बताया कि जमुनीपुर, फेसुड़ा और बिसौरी गांवों के बीच के सीवान में कई वर्षों से तीन सौ से अधिक किसान खेती करते चले आ रहे हैं। चकबंदी के दौरान किसानों को राजस्व विभाग ने कब्जा दिलाया था। परन्तु अब 40 वर्ष बाद किसानों को उसी भूमि से बेदखल करने की कार्यवाही तहसील प्रशासन कर रहा है। यह उनके साथ अन्याय है।

किसान न्याय मोर्चा के प्रदेश संयोजक महेंद्र प्रसाद ने कहा कि सकलडीहा तहसील में प्रभावित किसानों को खतौनी वर्ष 1291, 1334, 1356 और 1359 नंबर का अभिलेख नहीं दिया जा रहा है। ऐसे में किसान केवल तहसील का चक्कर काट रहे है। कहा कि अगर तहसील प्रशासन प्रभावित किसानों के हक में फैसला नहीं लेगा, तो हम आंदोलन को बाध्य होंगे। डीएम से उन्होंने मांग की कि बगैर जांच और सत्यापन किसी प्रकार का आदेश परित न किया जाए। 

इस दौरान कई गांवों के एक दर्जन से अधिक किसान मौजूद रहे। सबने जिलाधिकारी से मामले में हस्तक्षेप करने व किसानों को न्याय दिलाने की फरियाद की है।

Tags

चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*