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कूड़ा निस्तारण केंद्र के लिए 21 गांवों का होगा चयन, 10 लाख की लागत से बनेंगे केन्द्र

आपको मालूम है कि ओडीएफ प्लस के तहत गांव को स्वच्छ और सुंदर बनाने की पहले से ही तैयारी की जा रही है।
 

रिकवरी रिसोर्ट सेंटर पर कूड़े से बनेगी खाद, महिला स्वयं सहायता समूहों को एक और जिम्मेदारी, इलिया गांव से शुरू हो गयी कोशिश, जानिए इसका पूरा प्लान

 

चंदौली जिले के 21 गांवों में कूड़ा निस्तारण केंद्र की स्थापना की जाने वाली है, जिसके निर्माण से गांवों को स्वच्छ बनाने में मदद मिलेगी। प्रत्येक कूड़ा निस्तारण केंद्र पर लगभग 10 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। इसको सबसे पहले 5 हजार या इससे अधिक की आबादी वाले गांवों में शुरू किया जा रहा है, ताकि स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांव को साफ सुथरा बनाया जा सके।

 आपको मालूम है कि ओडीएफ प्लस के तहत गांव को स्वच्छ और सुंदर बनाने की पहले से ही तैयारी की जा रही है। इसके लिए चंदौली जिले के अंदर पहले चरण में एक कई ऐसे गांव को चयनित किया जा रहे हैं, जहां की आबादी 5 हजार या उससे अधिक है। इन गांवों को चिन्हित करने के बाद पायलट प्रोजेक्ट के रूप में कूड़ा निस्तारण केंद्र की स्थापना होगी। इन केंद्रों को रिकवरी रिसोर्स सेंटर के नाम से जाना जाएगा।

Recovery Resource Centers

रिकवरी रिसोर्ट सेंटर पर कूड़ा ले जाने से पहले गांव के कूड़े को एक जगह इकट्ठा किया जाएगा। उस एकत्रित कूड़े को निस्तारण के लिए उसे केंद्र पर भेजा जाएगा। वहां पर पहले गीले और सूखे कूड़े को अलग करके क्रमवार उसका निस्तारण किया जाएगा। इतना ही नहीं इस कूड़े में से लोहा व प्लास्टिक इत्यादि को निकालकर बाकी कूड़े को जैविक खाद के रूप में तैयार किया जाएगा और इस जैविक खाद से होने वाली आय से केंद्र को संचालित करने की कोशिश की जाएगी। वहीं लोहा-प्लास्टिक व अन्य सामानों को बाजार में बेच दिया जाएगा। इससे केंद्र के साथ-साथ ग्राम पंचायत की भी आय बढ़ेगी।

 फिलहाल जिले के पहले रिकवरी रिसोर्स सेंटर अर्थात कूड़ा निस्तारण केंद्र की शुरुआत चकिया विधानसभा के इलिया गांव में शुरू हुयी है, जहां पर जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष छत्रबली सिंह ने इसका शुभारंभ किया है। इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष दीनानाथ शर्मा के साथ साथ इलिया ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान सहित तमाम लोग उपस्थित थे।

 आपको बता दें कि ग्राम प्रधान की पहल के बाद जिला प्रशासन ने रिकवरी रिसोर्स सेंटर के लिए जमीन को लोगों के कब्जे से मुक्त कराया था और वहां पर 1400 स्क्वायर फीट जमीन पर 10 लाख की लागत से कूड़ा निस्तारण केंद्र बनाया जा रहा है। गांव के अमृत सरोवर के समीप नेफेड द्वारा कूड़ा स्टोर पर कूड़े का संग्रह किया जाएगा। इसके लिए नेफेड तो कूड़ा स्टोर बनाएगी। इसके बाद इस कूड़े को रिकवरी रिसोर्ट सेंटर में ले जाकर निस्तारित कर दिया जाएगा। 

इसके बारे में जानकारी देते हुए ग्राम प्रधान सुरेंद्र गुप्ता ने बताया कि रिकवरी रिसोर्स सेंटर में कूड़ा पहुंचाने की जिम्मेदारी स्वयं सहायता समूह को दी गई है। ग्राम प्रधान सुरेंद्र गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्राम पंचायत द्वारा कूड़ा निस्तारण केंद्र तक पहुंचाने के लिए दो ई रिक्शा भी अस्थाई तौर पर खरीदा गया है। इन सब की जिम्मेदारी स्वयं सहायता समूह के ऊपर होगी और इससे इलिया गांव एक मॉडल गांव बनेगा।
 

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