बलुआ एसओ मिथिलेश तिवारी हटाए गए, राजीव सिंह को सौंपी गयी बलुआ थाने की कमान
चौकी प्रभारी शिवमणि त्रिपाठी को निलंबित कर दिया
गंगा पुल पर चार पहिया सवार छह अपहर्ताओं ने उन्हें अगवा कर लिया
चंदौली जिले की रहने वाली महिला कांस्टेबल के पिता के अपहरण मामले में एक-एक करके कई लोगों पर गाज गिर रही है। गाजीपुर व चंदौली के बीच गंगा पुल पर सिपाही के पिता के अपहरण की घटना की सूचना देने में लापरवाही बरतने के आरोप में एसपी अंकुर अग्रवाल ने बलुआ एसओ मिथिलेश तिवारी को हटाकर क्राइम ब्रांच में भेज दिया है। उनके स्थान पर स्वाट टीम प्रभारी राजीव सिंह को बलुआ थाने की कमान सौंपी गई है। एसपी ने इसी मामले में मारूफपुर चौकी प्रभारी शिवमणि त्रिपाठी को निलंबित कर दिया है।
बताया जा रहा है कि धानापुर थाना के हिगुतरगढ़ गांव निवासी मेघश्याम की बेटी संत कबीरनगर में सिपाही के पद पर नियुक्त है। घर आई बेटी को ट्रेन पकड़ाने के लिए शनिवार की भोर में वह बाइक से गाजीपुर के औड़िहार रेलवे स्टेशन गए थे। उसे ट्रेन पर बैठाने के बाद वापस घर लौट रहे थे। गंगा पुल पर चार पहिया सवार छह अपहर्ताओं ने उन्हें अगवा कर लिया था।
इसके बाद उनके परिवार वालों को फोन से अपहरण की सूचना देते हुए 25 लाख रुपये फिरौती मांगी थी। गाजीपुर पुलिस ने आरोपितों को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर मेघश्याम को सकुशल बरामद कर लिया। गाजीपुर में अपहरण के बाद स्थानीय पुलिस ने चौकी प्रभारी को सूचना दी थी, लेकिन चौकी प्रभारी की ओर से इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को नहीं दी गई। इस बात की जानकारी होते ही पुलिस कप्तान अंकुर अग्रवाल ने चौकी प्रभारी को निलंबित कर दिया था।
अब इसके बाद बलुआ के थाना प्रभारी पर कार्रवाई कर दी है। उनको थाने से हटाकर क्राइम ब्रांच में भेज दिया गया है। उनके स्थान पर स्वाट टीम प्रभारी राजीव सिंह को बलुआ थाने की कमान सौंपी गई है। अब स्वाट टीम प्र
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