बृजेश सिंह की नाम वापसी के बाद भी भाजपा-सपा की राह आसान नहीं, अन्नपूर्णा सिंह देंगी जोरदार टक्कर
एमएलसी बनने की तैयारी कर रहे बृजेश सिंह के अरमानों पर पानी
उनकी पत्नी अन्नपूर्णा सिंह भाजपा के साथ अन्य उम्मीदवारों को देंगी टक्कर
चंदौली-वाराणसी-भदोही सीट से एक बार फिर से एमएलसी बनने की तैयारी कर रहे बृजेश सिंह के अरमानों पर पानी फिर गया। नाम वापसी के अंतिम दिन अज्ञात कारणों से उन्होंने अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया। इसके चलते मैदान में अब उनकी पत्नी अन्नपूर्णा सिंह भाजपा के साथ साथ अन्य उम्मीदवारों को टक्कर देंगी। वह चुनाव मैदान में निर्दल प्रत्याशी के तौर पर जो आजमाएंगी। गुरुवार को बृजेश सिंह की नाम वापसी के बाद चुनाव मैदान में तीन उम्मीदवार ही शेष बचे हैं। लेकिन अभी भी इन तीनों में अन्नपूर्णा सिंह की दावेदारी अभी भी सबसे मजबूत है।

वाराणसी स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र से चर्चित एमएलसी बृजेश सिंह का नामांकन पत्र गुरुवार को वापस हो जाने के बाद चुनाव को लेकर तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है। अब उनकी पत्नी व पूर्व विधायक अन्नपूर्णा सिंह ही चुनाव मैदान में हैं और वह भाजपा-सपा के उम्मीदवारों को टक्कर देकर एकबार फिर से एमएलसी बनने की कोशिश करेंगी।
आपको बता दें कि बृजेश सिंह और अन्नपूर्णा सिंह दोनों ने ही अपना नामांकन दाखिल किया था। नामांकन दाखिल होने के बाद से ही इस बात की चर्चा होती रही कि आखिर पति और पत्नी में कौन चुनाव मैदान में उतरेगा। अब बृजेश सिंह के नाम वापसी के बाद से इस प्रकरण का पटाक्षेप हो गया, लेकिन राजनीतिक गलियारों में तरह तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है।

बृजेश सिंह दोबारा एमएलसी बनने के लिए एक साल से लगे हुए हैं। पंचायत व नगर निकाय चुनाव के बाद से ही वह ग्राम प्रधानों, बीडीसी सदस्यों, ब्लाक प्रमुखों, जिला पंचायत सदस्यों, नगर पालिका व नगर पंचायत के चेयरमैनों व सभासदों के साथ साथ अन्य संभावित मतदाताओं का दरवाजा खटखटा चुके हैं और उनको अपने पाले में लाने के लिए हर तरह की कोशिश कर चुके हैं।
अब वाराणसी एमएलसी क्षेत्र में उमेश यादव सपा से, सुदामा पटेल भाजपा से और अन्नपूर्णा सिंह निर्दल प्रत्याशी के तौर पर चुनाव मैदान में रह गए हैं। वहीं दूसरी ओर जयराम पांडेय लोकदल से उम्मीदवार थे, उनका पर्चा खामियों की वजह से निरस्त कर दिया गया है। अब बृजेश सिंह अपनी पत्नी अन्नपूर्णा के लिए जेल से ही चुनावी रणनीति तैयार कर इसे अंजाम पर पहुंचाने की तैयारी में हैं। जबकि भाजपा और समाजवादी पार्टी की ओर से भी एमएलसी चुनाव के लिए तैयारियां जोर शोर से जारी हैं।

उत्तर प्रदेश विधान परिषद के स्थानीय प्रशासनिक क्षेत्र चुनाव के मद्देनजर वाराणसी में कुल 5 प्रत्याशी मैदान में थे, जिन्होंने कुल 12 सेट में फॉर्म भरा था। वाराणसी का मुकाबला इसलिए भी दिलचस्प माना जा रहा है, क्योंकि पिछली बार भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने चुनाव में प्रत्याशी न खड़ा करके वाराणसी सेंट्रल जेल में बाहुबली नेता डॉन बृजेश सिंह का समर्थन किया था। मगर इस बार बृजेश सिंह के खिलाफ बीजेपी ने डॉ. सुदामा सिंह पटेल को प्रत्याशी बनाया है, जबकि यहां से बीएसपी और कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी नहीं उतारा है।
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