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...तो क्या गिरेगा चकिया कोतवाल का भी विकेट, जारी है रेप के मामले में लापरवाही जांच

इतना ही नहीं वीडियो को देखने से कहीं नहीं लगता है कि लड़की के साथ कोई जोरजबरदस्ती हुयी है। वह पूरे वीडियो में सारे काम स्वेच्छा से करती दिख रही है।
 

सैदुपुर चौकी इंचार्ज के निलंबन के बाद लटकी तलवार

दोनों में साठगांठ की हो रही है जांच

देखिए कब होती है कोतवाल पर कार्रवाई

वीडियो की जांच की से खुलेंगे कई राज

चंदौली जिले की चकिया कोतवाली के सैदुपुर चौकी इंचार्ज को रेप पीड़िता की शिकायत के बाद आरोपी को पकड़ कर छोड़ देने के मामले में निलंबित कर दिया गया है और उनको जिला मुख्यालय पर संबंध कर दिया गया है। हालांकि इस मामले में चकिया के कोतवाल मुकेश कुमार पर कोई कार्रवाई  नहीं हुई है, लेकिन उनके ऊपर भी कार्रवाई की तलवार लटक रही है।

 सकलडीहा कोतवाली में नई बाजार की चौकी इंचार्ज भूपेश कुशवाहा की अवैध वसूली के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजे जाने की घटना के बाद पुलिस के आला अधिकारियों की जांच में लापरवाही बरतने का आरोप लगाकर सकलडीहा के कोतवाल अनिल पांडे को लाइन हाजिर कर दिया गया है। वहीं चकिया के कोतवाल की भूमिका की जांच हो रही है। माना जा रहा है कि जल्द से जल्द उनके ऊपर भी कार्रवाई होगी।

 आपको बता दें कि सैदुपुर पुलिस चौकी चकिया कोतवाली की सबसे मलाईदार चौकी कहीं जाती है।  वहां पर तैनात चौकी इंचार्ज अभिषेक शुक्ला के चकिया के कोतवाल मुकेश कुमार से अच्छी बनती थी। दोनों एक दूसरे के हित संरक्षक कहे जाते थे। इसीलिए जब  चौकी इंचार्ज अभिषेक शुक्ला को निलंबित करने की सीओ साहब ने पैरवी की तो कोतवाल साहब को यह बात अच्छी नहीं लगी।

सूत्रों की मानें तो इसके पीछे कोई और कारण नहीं बल्कि इस इलाके से होने वाले पशु तस्करी, अवैध खनन तथा शराब तस्करी से होने वाली कमायी थी। यहां की वसूली की कहानी पूरे इलाके में जगजाहिर हैं और इससे अच्छी खासी ऊपरी कमाई की चर्चा होती रहती है। इतना ही नहीं इलाके के छोटे-मोटे विवाद में भी पीड़ितों और आरोपियों पर दबाव बनाकर लाखों रुपए वसूली किए जाने के कई किस्से स्थानीय लोगों में चर्चा का विषय बने हुए हैं। 

कहा जा रहा है कि अगर इमानदारी से पुलिस के अधिकारी जांच करेंगे तो पता चल जाएगा कि किस तरह की सेटिंग और डीलिंग करके चकिया कोतवाल और सैदपुर की चौकी प्रभारी यह कारनामा किया करते थे। हालांकि पुलिस का कोई अफसर खुलकर इसे स्वीकार नहीं करेगा लेकिन इलाके की चर्चाओं के बाजार को दरकिनार नहीं किया जा सकता है।

स्कूल जाने वाली लड़की से रेप के मामले में लड़की को बाइक पर बैठाकर ले जाने वाले अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं। वह भी जेल भेजे गए आरोपी से जमीन और पैसे की डीलिंग कर ब्लैकमेल कर रहे थे। इसीलिए वीडियो को वायरल किया है और अब खुद भी फंस गए हैं। इतना ही नहीं वीडियो को देखने से कहीं नहीं लगता है कि लड़की के साथ कोई जोरजबरदस्ती हुयी है। वह पूरे वीडियो में सारे काम स्वेच्छा से करती दिख रही है। इस तरह से इस पूरे मामले में किसी लंबी साजिश की भी गुणा गणित देखी जा रही है।

सूत्रों का कहना है कि अभिषेक शुक्ला के खिलाफ कार्रवाई के मामले में मुकेश कुमार उनकी पैरवी करते हुए पुलिस क्षेत्राधिकारी से भी अपने मन की भड़ास निकाल चुके थे। ऐसी चर्चा थी कि चकिया कोतवाल नहीं चाहते थे कि अभिषेक शुक्ला को निलंबित किया जाए। केवल उनको लाइन हाजिर किया जाए। इसीलिए उन्होंने पुलिस क्षेत्राधिकारी की सिफारिश का विरोध करने की जहमत उठायी थी।

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