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अबकी बार पाइप-चोरी को लेकर चर्चा में हैं एडीओ पंचायत अरविन्द सिंह

इस खुलासे के बाद रामप्रवेश ने जब एडीओ पंचायत  अरविन्द सिंह से इस बारे में सवाल किया, तो उन्होंने न केवल सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया।
 

शहाबगंज ब्लॉक में बड़े कलाकार टाइप के हैं लोग

हैंडपंपों की पुरानी पाइपों को गायब करने का खेल

360 पाइपें गायब करने का लगा है आरोप

अमानत में खयानत का है मामला

चंदौली जिले के शहाबगंज ब्लॉक में सरकारी संपत्ति के गबन का एक चौंकाने वाला मामला सामने आ रहा है, जिसमें वहां के एडीओ पंचायत अरविन्द सिंह पर गंभीर आरोप लगा है।  सरकारी हैंडपंपों के मरम्मत कार्य के दौरान निकाले गए पुराने पाइपों की हेराफेरी करके एक और कारनामा कर दिखाया है।  

विकास खंड शहाबगंज के एडीओ पंचायत  अरविन्द सिंह पर आरोप है कि उन्होंने सरकारी हैंडपंपों के मरम्मत कार्य के दौरान निकाले गए पुराने पाइपों का गबन कर लिया और उन्हें ब्लॉक परिसर में जमा कराने के बजाय गायब कर दिया। मामला तब उजागर हुआ, जब रामप्रवेश यादव, निवासी ग्राम फत्तेपुर खुर्द, ने 12 अगस्त 2024 को शहाबगंज ब्लॉक के बड़े बाबू से इन पुराने पाइपों की नीलामी कराने की अपील की।

इस मामले में रामप्रवेश ने  बताया कि इन पाइपों की नीलामी से सरकार को राजस्व प्राप्त हो सकता था, लेकिन बड़े बाबू ने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए कहा कि ब्लॉक परिसर में ऐसे किसी पाइप की कोई रिकॉर्ड नहीं है।  इस खुलासे के बाद रामप्रवेश ने जब एडीओ पंचायत  अरविन्द सिंह से इस बारे में सवाल किया, तो उन्होंने न केवल सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया, बल्कि धमकी भरे लहजे में कहा कि वे किसी को कोई हिसाब देने के लिए बाध्य नहीं हैं।

 रामप्रवेश का दावा है कि उन्होंने स्वयं इन पाइपों को एक पीकअप (नंबर: UP 67 D 7326) में लदवाते हुए देखा था, जो बाद में ब्लॉक परिसर नहीं पहुंची।  आरोप है कि शहाबगंज ब्लॉक के अंतर्गत 72 ग्राम पंचायतों से लगभग 360 पाइपें निकाली गयीं थीं, जिनका कोई अता-पता नहीं है। यह मामला सरकारी संपत्ति के गबन का है। जिसमें एडीओ पंचायत पर गंभीर आरोप है, जो प्रशासनिक भ्रष्टाचार की पोल खोलता है।  

अब सवाल यह उठता है कि क्या प्रशासन इस मामले में निष्पक्ष जांच करेगा, और अगर एडीओ पंचायत दोषी पाए जाते हैं, तो क्या उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी ? यह मामला पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है और लोग प्रशासन की कार्रवाई का इंतजार कर रहे हैं।

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