जघन्य हत्यारों को सरकार फांसी दे, यूपी में ऐसी घटनाओं पर सरकार हो जाती है मौन, अजय राय का आरोप
शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन
भाजपा व सपा के नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
याद किया 1942 का आंदोलन
राष्ट्रपिता के भारत छोड़ो आंदोलन के आह्वाहन पर देश भर में स्वाधीनता संग्राम सेनानियों ने आंदोलन की राह पकड़ ली। इसके तहत कहीं ब्रिटिश सैनिकों पर हमला किया गया तो कहीं थाने में अंग्रेजी सिपाहियों को हिंसक झड़प के बाद आत्मसमर्पण करने के लिए विवश किया गया। इसी क्रम में चंदौली के धानापुर के देशभक्तों ने अपने प्राण की आहुति देकर 16 अगस्त 1942 में 10 दिन के लिए धानापुर थाने पर तिरंगा फहराकर आजाद घोषित कर दिया था ।
आपको बता दें कि जांबाज देश भक्तों को याद करने के लिए प्रति वर्ष शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाता है। शहीद दिवस पर बतौर मुख्य अतिथि आये कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने अमर शहीदों की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया। उन्होंने धानापुर थाने में भी जाकर शहीद स्थल पर पुष्प अर्पित कर आजादी के रणबाकुरों को अपनी श्रध्दांजलि दी। इससे पूर्व विशिष्ट अतिथि सैयदराजा विधायक सुशील सिंह ने भी ध्वजारोहण के उपरांत शहीदों के मूर्ति पर माल्यार्पण कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
अपने संबोधन में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने शहीदों को याद करते हुए कहा कि हजारों लोगों की कुर्बानियों देने के बाद हमारा देश आजाद हुआ है। मुल्क को आजाद कराने में अपने प्राणों की आहूति देने वाले वीर सपूतों को नमन करना यह हमारा धर्म है और कर्तव्य भी है। उन्होंने युवाओं से अमर शहीदों के आदर्शों से प्रेरणा लेने की बात कही।
उन्हें पत्रकार वार्ता के दौरान कहा पश्चिम बंगाल में महिला डॉक्टर के साथ हैवानियत की घटना को शर्मनाक बताते हुए निंदा की है और कहा है कि ऐसी घटना करने वालों को कड़ी से कड़ी सजा मिले यहां तक की फांसी दी जाए। उन्होंने बीजेपी पर भी हमलावर होते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में पाल की बिटिया के साथ भाजपा के ब्लॉक अध्यक्ष द्वारा बलात्कार कर उसकी निर्मम हत्या की गई उस पर भाजपा के लोग मौन रहे। योगी की सरकार है इसलिए कोई कुछ नहीं बोल सकता। भाजपा दूसरों को कहती है अपने गिरेबान में नहीं झांकते है। हम लोग हर जगह जाते हैं और न्याय की मांग करते हैं।
वहीं प्रधानमंत्री के लाल किले के भाषण के दौरान सेकुलर सिविल कोर्ट के सवाल पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री हर जगह से फेल हो चुके हैं महंगाई, भ्रष्टाचार और रोजगार देने में फेल हो चुके हैं तो इस तरह की बातें करते हैं। लोगों को रोटी, कपड़ा और मकान की व्यवस्था करे उसके बाद जो जरूरी है उसके बारे में सोचे। प्रदेश में उप चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि हमारी सीट शेयरिंग की बात हो रही है मैंने दसों विधानसभाओं के उपचुनाव में प्रभारी नियुक्त कर दिए हैं पांच विधानसभाओं में चुनाव लड़ने के लिए प्रपोजल भेजा है, जल्द ही सीट शेयरिंग का मामले का निस्तारण हो जाएगा।
शहीद दिवस के अवसर पर संगोष्ठी का आयोजन हुआ जिसमें सभी पार्टियों के दिग्गजों ने तीन वीर सपूतों को याद करते हुए उनकी वीर गाथा को सबके सामने रखा।
वक्ताओं ने कहा कि जब 8 अगस्त सन 1942 को महात्मा गांधी द्वारा जी करो और मरो आंदोलन का नारा दिया गया था तभी क्षेत्र के शहीद गांव के निवासी कामता प्रसाद विद्यार्थी के नेतृत्व में युवाओं की टोली अपने क्षेत्र को आजाद कराने में जुट गई,जिसका परिणाम रहा कि 12 अगस्त से ही विरोध में जगह जगह तोड़ फोड़ चालू हो गया।
16 अगस्त सन 1942 को महाइच परगना के लोगों ने धानापुर थाने को घेर लिया और बढ़ती भीड़ को देखकर फिरंगी सरकार के पुलिसकर्मी निहत्थे भीड़ पर असलहे तान कर खड़े हो गए। लेकिन आजादी के मतवाले नहीं माने और तिरंगा फहराने के लिए थाने में घुस गए। भीड़ को रोकने के लिए तत्कालीन थानाध्यक्ष अनवारुल हक ने फायर झोंक दिया गया,जिसमें मंहगू सिंह,हीरा सिंह और रघुनाथ सिंह शहीद हो गए और कई अन्य लोग घायल हो गए।अंग्रेजों सेना द्वारा फायरिंग करने के बावजूद भी भारत माता के सपूत नहीं रुके और पूरे थाने को फूंक दिया। जिसमें थानाध्यक्ष अनवारुल हक सहित 4 पुलिस कर्मियों को जलकर मर गए। इसके बाद भारत मां के सपूतों ने थाने पर तिरंगा फहरा दिया यह तिरंगा 16 अगस्त से 26 अगस्त 1942 तक फहरता रहा। इसकी गूंज ब्रिटेन के संसद में भी गूंजी, जिस पर अंग्रेजी सेना के बड़े अधिकारी सैनिकों के साथ आकर अपने दमनकारी नीतियों को अपनाते हुए फिर से धानापुर पर अपना कब्जा जमा लिया ।
श्रद्धांजलि सभा में चन्दौली के सांसद बीरेंद्र सिंह, विधान परिषद सदस्य विनीत सिंह, सकलडीहा विधायक प्रभु नारायण सिंह यादव,कांग्रेस पार्टी के प्रदेश सचिव देवेंद्र सिंह मुन्ना व जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र तिवारी, धानापुर ब्लॉक प्रमुख अजय कुमार सिंह सहित अन्य पार्टियों के कद्दावर नेताओं ने समर शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए याद किया और अपने संबोधन में उनके व्यक्तित्व से प्रेरणा लेने की बात कही।श्रधांजलि सभा में बड़ी संख्या में आस पास के लोग मौजूद रहे।
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