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पूर्व चेयरमैन के बेटे ने की एसपी से मुकाकात, थप्पड़ मारने वाले सीओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग

वहीं सीओ अनिरुद्ध सिंह ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन इस दौरान सीओ अनिरुद्ध सिंह पीड़ित की बात सुनने के बजाय आपे से बार हो गए और समाजवादी पार्टी के पूर्व चेयरमैन के पुत्र को जोरदार थप्पड़ जड़ दिया। थप्पड़ लगने की वजह से पूर्व चेयरमैन के पुत्र गिर गए।
 

थप्पड़ मारने का मामला पकड़ रहा तूल

 सीओ की दबंगई की वजह से नहीं कर पाए थे मतदान

 एसपी से की कार्रवाई की मांग

चंदौली जिले के मुगलसराय नगर में नगर पालिका परिषद के चुनाव के दौरान अखिलेश जायसवाल को सीओ अनिरुद्ध सिंह ने जोरदार थप्पड़ मार दिया था, जिसको लेकर पीड़ित ने शुक्रवार को शिकायत पत्र के माध्यम से पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल से कार्यवाही की मांग की, क्योंकि पुलिस ने इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक को सौंपी जांच के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की थी।

 आपको बता दें कि 4 मई को मतदान के दिन शाम के दौरान पूर्व चेयरमैन के पुत्र अखिलेश जायसवाल के साथ चुनाव संबंधी कुछ बातों को लेकर कूड़ा बाजार चौकी इंचार्ज से बहस होने लगी थी। वहीं सीओ अनिरुद्ध सिंह ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन इस दौरान सीओ अनिरुद्ध सिंह पीड़ित की बात सुनने के बजाय आपे से बार हो गए और समाजवादी पार्टी के पूर्व चेयरमैन के पुत्र को जोरदार थप्पड़ जड़ दिया। थप्पड़ लगने की वजह से पूर्व चेयरमैन के पुत्र गिर गए। बाद में पुलिस ने उनका कालर पकड़ थाने भी ले गयी।

इसी मामले को लेकर शुक्रवार को अखिलेश जायसवाल ने पुलिस अधीक्षक से पीडीडीयू नगर सीओ अनिरुद्ध सिंह के खिलाफ शिकायत की।

इस दौरान अखिलेश जायसवाल ने प्रार्थना पत्र के माध्यम से बताया कि अपना वोट डालने जा रहा था, न जाने किस कारण मुगलसराय क्षेत्राधिकारी अनिरुद्ध सिंह (सीओ) के द्वारा मेरे ऊपर हमला किया गया और अनावश्यक गाली गलौज आदि की गई तथा मेरे साथ मारपीट की गई और कुछ पुलिस कर्मियों द्वारा मिलकर मुझे उठवा कर घसीटते हुए घटना स्थल मेरे दुकान (महात्मा गांधी कॉम्प्लेक्स धर्मशाला रोड मुगलसराय) के पास से ले गए और वोट डालने से भी मुझे वंचित कर दिया। मुझे गंभीर शारीरिक चोटें भी आई हैं और बिना किसी कारण मुझे सरेआम गाली गलौज कर अपमानित करने की कोशिश की गई, जबकि मेरा कोई कसूर नहीं था। 

बाद में अनिरुद्ध सिंह के द्वारा यह स्वीकार गया कि उनसे यह गलती हो गयी है और यह कह कर मुझे थाने से छोड़ दिया गया। अनिरुद्ध सिंह (सीओ) ने यह किस कारण किया है। वह नहीं जानते हैं, लेकिन यह एक घिनौना अपराध किया है, जो क्षमा योग्य नहीं है। इस पुलिस अधिकारी की छवि पूर्व में भी इस प्रकार की रही है कि वह ऐसा कृत्य करने का अभ्यासी हैं, जिससे उसके बारे में समाज में चर्चा बना रहे और समाज में उसकी दबंगई कायम रहे।

 आला अधिकारियों के सामने अपनी जबरन साख बनाने के लिए. इस अधिकारी ने मुझे अपने वोट के डालने के अधिकार सभी वंचित कर दिया। ऐसे अधिकारी के विरुद्ध कठोर से कठोर कानूनी कार्यवाही की जाने की आवश्यकता है और निष्पक्ष जांच करा कर उसको दंडित किया जाना आवश्यक है।

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