कार्रवाई हुयी तो जागे स्कूल बसों के मालिक, अब तक 234 गाड़ियों का हुआ फिटनेस टेस्ट
परिवहन विभाग की सख्ती का दिखा असर
स्कूली वाहनों की फिटनेस जांच समेत सभी कागजात दुरूस्त
सिर्फ 8 स्कूली वाहनों की फिटनेस जांच बाकी
चंदौली जिले के मुगलसराय में अनफिट वाहनों के खिलाफ कार्रवाई से स्कूल प्रबंधक तेजी से कागजों को पूरा कराने तथा वाहनों को अपडेट कराने के काम में जुट गए हैं। ज्यादातर स्कूली वाहनों की फिटनेस जांच समेत सभी कागजात दुरूस्त कराने लगे हैं। अब जिले में सिर्फ आठ स्कूली वाहन ऐसे बचे हैं, जिनके फिटनेस जांच नहीं हो पायी है, शेष गाड़ियों को फिट बताकर एनओसी जारी की जा रही है।
आपको बता दें कि सड़क पर स्कूली वाहनों के आये दिन हादसे का शिकार होने के बाद मुख्यमंत्री इस पर काफी सख्त हो गये थे । मुख्यमंत्री की सख्ती के बाद एआरटीओ विभाग की ओर से भी अनफिट वाहनों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी। सबसे अधिक कार्रवाई स्कूली वाहनों के खिलाफ की गई।
जुलाई में जिले में पंजीकृत 824 स्कूली वाहनों में 242 वाहन अनफिट थे। इसके बाद बबुरी थाना क्षेत्र के गंगेहरा गांव में स्कूली वाहन के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद एआरटीओ विभाग की ओर से स्कूली वाहनों की जांच में तेजी लाई गई। इसके अलावा अन्य वाहन, जिसमें खासतौर पर बड़ी बसों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई। डेढ़ माह में एआरटीओ विभाग की ओर से 1243 वाहनों का चालान काटा गया। इसके अलावा 92 वाहन सीज किये गये। इस दौरान 242 अनफिट स्कूली वाहनों में 78 वाहनों का पंजीयन रद्द कर दिया गया।
कहा जा रहा है कि एआरटीओ की कार्रवाई के बाद स्कूल प्रबंधन ने ज्यादातर वाहनों का पंजीयन करा लिया है। अब सिर्फ आठ वाहन बचे हैं, जिनके पास फिटनेस प्रमाण पत्र नहीं हैं। ऐसी बसों को संचालन नहीं किया जा रहा है, जब तक गाड़ियां अपडेट नहीं हो जाती हैं, तब तक बच्चों को बैठाकर सड़क पर नहीं दिखेंगी।
इस संबंध में एआरटीओ प्रशासन डा. सर्वेश गौतम ने कहा बिना फिटनेस के कोई वाहन सड़क पर मिला तो सीज कर दिया जाएगा। साथ ही वाहन मालिक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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