जिले का पहला ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टलMovie prime

आयुष्मान योजना में अब तक 44 हजार मरीजों का हो चुका है इलाज, शिकायत पर होगी तत्काल कार्रवाई

देश के  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रधानमंत्री आरोग्य योजना में विभिन्न रोगियों के उपचार के लिए भारत सरकार की ओर से 5 लाख रुपए तक के मुक्त इलाज की सुविधा मुहैया कराई गई है, जिसमें चंदौली जिले में कुल 9,14,129 लाभार्थी हैं।
 

चंदौली जिले में है 9 लाख से अधिक का  लक्ष्य

अभी तक बने हैं 4 लाख 75 हजार कार्ड

44 हजार लोग करवा चुके हैं अपना-अपना इलाज

चंदौली जिले में आयुष्मान भारत योजना के तहत जिले में लक्ष्य के सापेक्ष करीब 4 लाख 75 हजार लाभार्थियों का गोल्डन कार्ड बनाया जा चुका है। इस दौरान लगभग 44 हजार लाभार्थियों ने निजी अस्पतालों में अपनी गंभीर बीमारियों का इलाज भी कराया है। इसके लिए चंदौली जनपद में कुल 28 प्राइवेट हॉस्पिटल पंजीकृत किए गए हैं, जहां पर आयुष्मान योजना के तहत मरीजों का उपचार कराया जा रहा है।

 आपको बता दें कि इन सभी अस्पतालों में लाभार्थी का इलाज निशुल्क किया जाता है और अगर किसी भी लाभार्थी को कोई परेशानी होती है तो तत्काल विभागीय अधिकारी इस पर कार्यवाही करते हैं। मरीज के इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित होने के बाद ही इस योजना के तहत अस्पतालों को भुगतान किया जाता है। फिलहाल चंदौली जिले में इस योजना को लेकर कोई खास शिकायत नहीं है। मरीजों की संतुष्टि के बाद स्टेट हेल्थ एजेंसी की ओर से सभी अस्पतालों का भुगतान ऑनलाइन कर दिया जाता है।

देश के  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रधानमंत्री आरोग्य योजना में विभिन्न रोगियों के उपचार के लिए भारत सरकार की ओर से 5 लाख रुपए तक के मुक्त इलाज की सुविधा मुहैया कराई गई है, जिसमें चंदौली जिले में कुल 9,14,129 लाभार्थी हैं। इसके सापेक्ष 4 लाख 75 हजार लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बनाए जा चुके हैं और यह लाभार्थी अपनी जरूरत के हिसाब से अपना उपचार करा सकते हैं। लेकिन जिले में अभी तक केवल 44 हजार  लाभार्थियों ने गंभीर बीमारियों का इलाज कराकर इस योजना का लाभ उठाया है।

आयुष्मान भारत योजना के दौरान मिलने वाली सुविधाओं में कैंसर, टीबी, कीमोथेरेपी, रेडिएशन थेरेपी, हार्ट की बाईपास सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, दांतों की सर्जरी, आंखों की सर्जरी, एमआरआई, सीटी स्कैन, दिल की बीमारी, किडनी, लीवर, डायबिटीज, घुटने बदलने, आंख-कान-गले की बीमारियों का भी इलाज किया जाता है।

 इस बारे में जानकारी देते हुए नोडल अधिकारी ने बताया कि चंदौली जिले में इसके लिए 28 प्राइवेट हॉस्पिटल पंजीकृत हैं, जहां पर आयुष्मान योजना के लाभार्थियों का नियमित इलाज किया जाता है। अगर किसी लाभार्थी को कोई शिकायत होती है या इलाज में लापरवाही की जाती है, तो जरूरत पड़ने पर विभाग की ओर से संबंधित अस्पताल की जांच भी कराई जाती है। इसके बाद ही स्टेट हेल्थ एजेंसी की तरफ से उनके बिल का भुगतान किया जाता है।

चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*