आयुष्मान योजना का लाभ देकर पछता रहे हैं निजी अस्पताल वाले, न जाने कब मिलेगा पैसा

निजी अस्पतालों का छलक रहा है दर्द
65 हजार कार्ड धारकों के इलाज का नहीं मिला पैसा
प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना के तहत कार्डधारकों का कैसे होगा उपचार
चंदौली जिले में प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के तहत सूचीबद्ध अस्पतालों के प्रबंधक मरीजों के इलाज के बाद भुगतान के लिए स्वास्थ्य विभाग का चक्कर लगा रहे हैं। चार माह से भुगतान न होने के कारण आयुष्मान कार्ड धारकों का इलाज करने में अस्पताल के प्रबंधक और चिकित्सक कतरा रहे हैं। जिले के निजी अस्पतालों में 65 हजार आयुष्मान कार्ड धारकों का इलाज हुआ है।

आपको बता दें कि जिले में आयुष्मान भारत योजना के तहत कुल 5.50 लाख से अधिक कार्ड धारक हैं। इनके इलाज के लिए कुल 58 चिकित्सालय चिह्नित किए गए हैं। इसमें से 44 निजी अस्पताल और 14 सरकारी अस्पताल शामिल हैं। इसमें लगभग 65 हजार आयुष्मान कार्ड धारकों का इलाज तीन माह में किया गया है। अस्पतालों में इलाज तो हो गया है लेकिन अस्पतालों को शासन की ओर से इसका भुगतान नहीं किया गया है।
आयुष्मान भारत में चयनित गैर सरकारी अस्पतालों के संचालकों का कहना है कि तीन माह से अधिक हो जाने के कारण अभी तक भुगतान नहीं हुआ जिसे अस्पताल चलाना मुश्किल हो गया है। अगर भुगतान नहीं होता है तो अस्पताल में तमाम तरह की समस्या उत्पन्न हो जाएगी। इससे इलाज करना संभव नहीं हो पाएगा। शासन तत्काल इस संज्ञान में लेते हुए भुगतान की व्यवस्था करें जिससे निजी चयनित अस्पतालों को राहत मिल सके।
इस सम्बंध में आयुष्मान भारत कार्ड योजना के प्रभारी अभिनव कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि जिले में गैर सरकारी चयनित अस्पतालों के भुगतान की प्रक्रिया चल रही है। उम्मीद है कि जल्द ही अस्पतालों को भुगतान कर दिया जाएगा। मामले से शासन को अवगत करा दिया गया है।
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