ठेकेदारों के काम पर सवाल, सालभर में फटने लगे दिवारों के प्लास्टर, क्या यही है काम की क्वालिटी
बाबा कीनाराम मेडिकल कॉलेज का हाल
मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई शुरू होने से पहले ही दीवारों में पड़ी दरारें
केवल प्लास्टर क्रेक होने की दलील
बिल्डिंग की मजबूती पर नहीं पड़ेगा कोई फर्क
चंदौली जिले में करोड़ों की लागत से नौबतपुर में निर्मित बाबा कीनाराम मेडिकल कालेज में पढ़ाई शुरू होने से पहले ही बिल्डिंग में दरारें पड़ने लगी है। मेडिकल कालेज के कैंपस के अंदर अलग-अलग बिल्डिंगों में दूर से ही दरारे दिखने लगी है ।लेकिन तत्काल में इसे पुट्टी या मसाला से दरार को भरकर रंग रोपण कर दिया गया है। इसके बावजूद भी उस जगह पर दरार की लकीर दूर से ही दिख रही है। जो चिंता का विषय बन है। हालांकि की विभाग इसे प्लास्टर का क्रेक बता रहा है। क्षेत्र के लोगों में तरह-तरह की चर्चा शुरू हो गई है।
दरअसल चंदौली जिले में नौबतपुर के पास करीब 13 एकड़ क्षेत्रफल में 249.15 करोड रुपए की लागत से मेडिकल कालेज का निर्माण कराया गया है। यहां शिक्षकों की भी तैनाती की जा चुकी है। लेकिन फैकेल्टी के अभाव में अभी मान्यता नहीं मिल पाया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अगस्त 2021में नौबतपुर में मेडिकल कालेज का भूमि पूजन तथा शिलान्यास किया गया था। हालांकि अभी मेडिकल कालेज में पढ़ाई शुरू नहीं हुई है। लेकिन पढ़ाई शुरू होने से पहले ही मेडिकल कालेज के बिल्डिंग में दरारें पड़ने लगी है। जिसे पुट्टी या मसाला भरकर दुरुस्त किया गया है।
आपको बता दें कि करीब एक वर्ष पहले अगस्त 2023 में मेडिकल कॉलेज का बाउंड्री भरभरा कर गिर पड़ा था। जिसमें एक मजदूर की मलबे में दबकर मौत भी हो गई । वहीं तीन मजदूर मलबे में दबकर गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इसके बाद अब दीवारों में दरारें भी देखने को मिलने लगा है। लोगों का कहना है कि बिल्डिंग में पड़े दरारों को देखते हुए अनुमान लगाया जा सकता है कि बिल्डिंग बनाने में अनियमितता बरती गई होगी। गुणवत्तापूर्ण कार्य नहीं किया गया होगा।
एक्सक्यूटिव इंजीनियर, लोग निर्माण विभाग के विवेकानंद दंडोतिया ने बताया कि जो दरार दिख रही थी वह प्लास्टर का क्रेक है। उसे भरकर दुरुस्त कर दिया गया है। इससे कोई दिक्कत नहीं है और नहीं भवन की मजबूती पर कोई असर नही पडेगा।
इस संबंध में बाबा कीनाराम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर अमित सिंह ने बताया कि जिलाधिकारी कालेज गए थे। उन्होंने अधिकारियों को इसे ठीक करने का निर्देश दिया और संबंधित अधिकारियों ने उसे ठीक कर लेने को बोला है। वैसे इसे पीडब्ल्यूडी बनवा रहा है। इसको वह ज्यादा समझता है।
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