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सरकारी स्कूलों को चमकाने के लिए खर्च होंगे 4.21 करोड़, जानिए किन-किन कार्यों पर होने हैं खर्च

चंदौली जिले में परिषदीय विद्यालयों का विकास व रंग-रोगन कर उन्हें चमकाया जाएगा। इसके अलावा शिक्षण व जरूरत की सामग्री की भी खरीद होगी। इसके लिए शासन की ओर कंपोजिट ग्रांट भेजा गया है।
 

4.21 करोड़ से बेसिक स्कूलों का होगा विकास

शिक्षण व जरूरत की सामग्री की भी होगी खरीदारी

स्कूलों में बच्चों और शिक्षकों को मिलेगा नया लुक व माहौल

 

चंदौली जिले में परिषदीय विद्यालयों का विकास व रंग-रोगन कर उन्हें चमकाया जाएगा। इसके अलावा शिक्षण व जरूरत की सामग्री की भी खरीद होगी। इसके लिए शासन की ओर कंपोजिट ग्रांट भेजा गया है। जिले के 1165 प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक और कंपोजिट विद्यालयों को चार करोड़ 21 लाख 26 हजार 250 रुपये मिले हैं। एक लाख 73 हजार आठ सौ 67 बच्चे पंजीकृत हैं। इन बच्चों की सुविधा के लिए इस धन से विभिन्न कार्य कराए जाएंगे। इससे पूर्व इस ग्रांट में शासन ने 25 प्रतिशत धनराशि भेजो थी। 


पहले रंग-रोगन के नाम पर सभी विद्यालयों को सात से 10 हजार रुपये शासन से मिलते थे। इससे स्कूलों की न तो ठीक से रंगाई-पोताई हो पाती थी और न ही दूसरे सामान की खरीदारी। वर्ष 2019-20 के शैक्षणिक सत्र से स्कूलों में छात्र संख्या के आधार पर कंपोजिट ग्रांट आवंटित करना शुरू किया गया है। शैक्षणिक सत्र 2024-25 में पांच करोड़ 71 लाख रुपये की मांग इस ग्रांट में खर्च के लिए शासन को भेजा गया था। इसमें एक करोड़ 49 लाख 74 हजार रुपये अक्टूबर में स्वीकृत कर दिया गया था। शेष धनराशि दो दिन पूर्व ही स्कूलों के खाते में आई है। इसकी 10 प्रतिशत राशि से छात्र-छात्राओं की संख्या के अनुसार मल्टीपल हैंड वाशिंग सिस्टम के साथ टोटियां स्थापित करते हुए नेल कटर की व्यवस्था होगी। 


हैंडपंप, सबमर्सिबल पंप के पास प्लेटफार्म व सोख्ता गड्ढे का निर्माण कराने के साथ ही रसोईघर तक जलापूर्ति व निकासी के साथ बर्तनों को साफ करने के सामानों की खरीदारी की जाएगी। शिक्षण सामग्री, शिक्षण सहायक सामग्री, फस्ट एड बाक्स में दवाएं अग्निशमन यंत्र की रिफिलिंग, निष्क्रिय उपकरण बदलने, रंगाई पोताई, वालपेटिंग के साथ प्लास्टर, कुर्सी मेज, झूला व अन्य के बैठने के साथ कक्षा-कक्षों के टाइलीकरण के साथ अन्य आवश्यक कार्य पूरे किए जाएंगे। निपुण भारत का लोगो भी बनवाना होगा । कंपोजिट ग्रांट को रकम से ही स्कूलों में साफ सुथरी दीवार पर निपुण भारत का लोगो भी सभी स्कूलों में 45x60 सेमी आकार में बनवाया जाएगा। इसको लिखवाने में लापरवाही पर कार्रवाई की जाएगी।


दस प्रतिशत राशि स्वच्छता पर होगी खर्च 

स्कूलों को मिलने वाली कंपोजिट ग्रांट की रकम का दस प्रतिशत स्वच्छता अभियान अथवा कार्यक्रम पर खर्च किया जा सकेगा। शौचालय की मरम्मत के अलावा वहां टाइल्स आदि भी लगवाना होगा। सभी शौचालय को क्रियाशील करने के निर्देश भी जारी किए गए हैं। 


जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सचिन कुमार ने बताया कि शासन से कंपोजिट ग्रांट के तहत 75 प्रतिशत धनराशि मिली है। इस धन से स्कूलों में जरूरत का सामान खरीदा जा सकेगा और भवन की रंगाई -पोताई आदि का काम भी हो सकेगा। इसके लिए सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए है।

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