जिले का पहला ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टलMovie prime

चकिया में लतीफशाह की मजार के नीचे मिली खंडित मूर्ति, अब प्रशासन के कब्जे में

मंगलवार को चकिया विधायक कैलाश आचार्य, भाजपा जिलाध्यक्ष काशीनाथ सिंह और नगर पालिका अध्यक्ष गौरव श्रीवास्तव कोतवाली पहुंचे और वहां रखी गई मूर्ति का निरीक्षण किया।
 

गुप्तकालीन भगवान सूर्य की प्रतिमा

लतीफशाह के पास ASI सर्वे की उठी मांग

ऐसा दावा कर रहे हैं असिस्टेंट प्रोफेसर स्वतंत्र सिंह 

चंदौली जिले के चकिया कस्बे में स्थित बाबा लतीफशाह की मजार के नीचे से एक प्राचीन खंडित मूर्ति मिलने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। सोमवार देर शाम ग्रामीणों द्वारा देखी गई इस मूर्ति को मंगलवार को प्रशासन ने कब्जे में ले लिया और उसे चकिया कोतवाली परिसर स्थित मंदिर में सुरक्षित रखवा दिया।

विधायक समेत जनप्रतिनिधियों ने की मूर्ति की जांच
मंगलवार को चकिया विधायक कैलाश आचार्य, भाजपा जिलाध्यक्ष काशीनाथ सिंह और नगर पालिका अध्यक्ष गौरव श्रीवास्तव कोतवाली पहुंचे और वहां रखी गई मूर्ति का निरीक्षण किया। अधिकारियों के अनुसार, यह मूर्ति मजार के नीचे मिली थी और इसकी जानकारी मिलते ही तत्काल कार्रवाई की गई।

प्राचीन मूर्ति है भगवान सूर्य की
उपजिलाधिकारी विनय मिश्र और कोतवाली प्रभारी अर्जुन सिंह ने मूर्ति को कोतवाली लाकर मंदिर में रखवाने का निर्देश दिया। इसके बाद मूर्ति की तस्वीरें काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग में भेजी गईं।
विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर स्वतंत्र सिंह के मुताबिक, यह मूर्ति भगवान सूर्य की प्रतीत हो रही है, जो गुप्तकाल या उत्तर गुप्तकाल की हो सकती है। उस समय बलुआ पत्थर से बने अष्ट दिगपालों की मूर्तियां मंदिरों में स्थापित होती थीं, और यह मूर्ति भी उन्हीं में से एक मानी जा रही है।

मूर्त‍ि की उत्पत्ति और स्थान को लेकर उठे सवाल
एसडीएम विनय मिश्र ने बताया कि यह जांच की जा रही है कि प्राचीन मूर्ति मजार के नीचे कैसे पहुंची। उधर, मूर्ति को कोतवाली परिसर में लाने की जानकारी मिलते ही हिंदू संगठनों के नेता वहां पहुंच गए और इस कदम पर सवाल उठाए।

एएसआई सर्वे और पुनर्स्थापना की मांग
भाजपा मंडल महामंत्री सारांश केसरी, जीत मोदनवाल, शशिकांत और विजय वर्मा के नेतृत्व में लोगों ने लतीफशाह मजार का भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) से सर्वे कराने और मूर्ति को पुनः वहीं स्थापित करने की मांग की है। प्रशासन ने फिलहाल मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है और स्थिति पर नजर बनाए हुए है।

Tags

चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*