12 स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को कारण बताओ नोटिस, उपस्थिति में लापरवाही पर BSA सख्त
25 विद्यालयों की समीक्षा बैठक में शामिल हुए BSA
छात्र उपस्थिति पर गंभीरता से हुई चर्चा
12 प्रधानाध्यापक मीटिंग में रहे अनुपस्थित
BSA ने कारण बताओ नोटिस जारी करने का दिया निर्देश
चंदौली जिले में संचालित परिषदीय विद्यालयों की छात्र उपस्थिति को लेकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) सचिन कुमार ने कड़ा रुख अपनाया है। बुधवार की शाम सदर बीआरसी पर आयोजित बैठक में 25 विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों और प्रभारी प्रधानाध्यापकों की उपस्थिति अनिवार्य की गई थी, लेकिन 12 स्कूलों के प्रमुख अनुपस्थित पाए गए। इस पर नाराजगी जताते हुए बीएसए ने सभी अनुपस्थित प्रधानाध्यापकों को कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया।
बैठक के दौरान बीएसए ने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप बच्चों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करना सभी विद्यालयों की प्राथमिक जिम्मेदारी है। इसके लिए प्रधानाध्यापकों को गंभीरता से कार्य करना होगा। उन्होंने निर्देश दिया कि नामांकन के सापेक्ष छात्र उपस्थिति में सुधार लाया जाए और इसके लिए अभिभावकों से भी संवाद बनाया जाए।
मध्याह्न भोजन योजना में भी लापरवाही
बैठक में मध्याह्न भोजन योजना (एमडीएम) की समीक्षा भी की गई। बीएसए ने बताया कि एमडीएम की दैनिक सूचना आईवीआरएस के माध्यम से भेजी जानी अनिवार्य है, लेकिन कई विद्यालय इसमें भी लापरवाही बरत रहे हैं। 1 से 22 जुलाई तक की आईवीआरएस रिपोर्ट के अनुसार जिले के टॉप-बॉटम 25 विद्यालयों की उपस्थिति बेहद कमजोर रही है, जिससे विभाग की छवि प्रभावित हो रही है।
बैठक में मौजूद रहे अधिकारी
इस अहम बैठक में खंड शिक्षा अधिकारी सकलडीहा, सदर, चकिया, नियामताबाद व बरहनी के अलावा एमडीएम के जिला समन्वयक भी उपस्थित रहे। उन्होंने भी विभिन्न विद्यालयों की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की और सुधारात्मक कदमों पर चर्चा की।
बीएसए ने चेतावनी दी कि जिन प्रधानाध्यापकों की उपस्थिति व एमडीएम रिपोर्टिंग में लगातार लापरवाही पाई जाएगी, उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सभी शिक्षकों से बच्चों के भविष्य को संवारने के उद्देश्य से ईमानदारीपूर्वक कार्य करने की अपील की।
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