सुशील सिंह के भौकाल के आगे विरोधी दुबके, 55 बीडीसी ने पास की कार्य योजना
प्रमुख अरुण जायसवाल की कुर्सी कुछ दिनों तक सेफ
ब्लॉक की कार्य योजना तीसरी बैठक में प्रस्ताव पारित
उपस्थिति रजिस्टर को लेकर माहौल गरमाया
सुशील सिंह के रहने से कुछ नहीं कर पाए विरोधी
चंदौली जनपद के चहनिया ब्लॉक प्रमुख की कुर्सी को लेकर कई महीनों से खींचतान चल रही है। हालांकि विधायक सुशील सिंह ने अपने दल बल के साथ ब्लॉक में हाजिरी देकर शुक्रवार को ब्लॉक की कार्य योजना पारित कराने की सफल कोशिश की। जिसकी वजह से तीसरी बार बुलायी गयी बैठक में साल 2024-25 की कार्य योजना पास हो गयी।
हालांकि कार्य योजना पास होने के ब्लॉक प्रमुख के दावे को विरोधी खेमे के लोग नकार रहे हैं और कह रहे हैं कि विरोध करने वाले लोगों के फर्जी तरीके से साइन बनाकर सत्ता के बल पर बजट पास कराने का नाटक किया जा रहा है। विरोधी लोग उपस्थिति रजिस्टर देखने की मांग कर रहे हैं, जिससे पक्ष-विपक्ष में कहासुनी होने के बाद माहौल गर्म हो गया था।
आपको बता दें कि चंदौली जनपद के चहनिया ब्लॉक प्रमुख की कुर्सी के खींचतान कई महीनों से जारी है और लोगों को लग रहा है कि प्रमुख अरुण जायसवाल की कुर्सी अब-गई-तब गई जैसी हो गयी है। ब्लॉक की कार्य योजना पास करवाने के लिए बुलाई गयी दो बैठकें जहां विरोध व हंगामे के कारण दो बार निरस्त कर दी गईं थीं, वहीं तीसरी बार किसी तरह कार्य योजना को बैठक में पास करने का दावा ब्लॉक प्रमुख के द्वारा किया जा रहा है।
हालांकि जब विपक्षी सदस्यों द्वारा उपस्थिति रजिस्टर मांगा जा रहा था तो रजिस्टर न देकर केवल आंकड़े गिनाए जा रहे थे, जिससे पक्ष-विपक्ष में कहासुनी की नौबत आ गई और उस दौरान माहौल गर्म भी हो गया।
विपक्षियों का आरोप है कि उनके पास 72 क्षेत्र पंचायत सदस्यों का समर्थन है, जबकि शुक्रवार को बैठक में ब्लॉक प्रमुख द्वारा 55 क्षेत्र पंचायत सदस्यों की उपस्थिति होने का दावा किया जा रहा है। 105 सदस्यों वाले ब्लॉक में ये 55 सदस्य कौन हैं और कैसे इनको 55 बीडीसी का समर्थन मिला है, ये पूरी तरह से गोपनीय रखा जा रहा है। वहीं विरोधियों का कहना है कि यह पूरी तरह से फ्राडगिरी की जा रही है। सत्ता के बल पर फर्जी तरीके से अनुमोदन कराया गया है।
इस संबंध में ब्लॉक प्रमुख अरुण जायसवाल ने कहा कि मैं विकास करने वाला व्यक्ति हूं और यहां लोग विकास में बाधक बने हुए हैं। लोग विकास कार्य रोकने के लिए मामले को गलत तूल दे रहे हैं, जबकि हमारे पास क्षेत्र पंचायत सदस्यों का संख्या बल पर्याप्त है। आज की बैठक में कुछ समाजवादी गुंडों द्वारा क्षेत्र पंचायत सदस्यों को रोकने की कोशिश की गई, लेकिन उसके बाद भी क्षेत्र पंचायत सदस्य विकास कार्य में विश्वास रखते हुए बैठक में भाग लिए। बैठक पूरी तरह से पारदर्शी तरीके से संपन्न हुई और इसमें जो भी कार्य योजनाएं आई उसे ध्वनि मत से पास कर दिया गया।
ब्लॉक प्रमुख के दावे के बाद एक दिन पूर्व ही विपक्षी क्षेत्र पंचायत सदस्यों के उस दावे की हवा निकल गयी, जिसमें एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे से मिलकर 72 क्षेत्र पंचायत सदस्यों का हलफनामा वर्तमान ब्लाक प्रमुख अरुण जायसवाल के खिलाफ दाखिल किया था।
हालांकि गेंद अभी भी जिलाधिकारी के पाले में है। अब देखना यह है कि डीएम साहब इस मामले में कितनी दिलचस्पी लेते हैं या फिर इसे भी पहले वाले प्रस्ताव की तरह ठंडे बस्ते में डाल देते हैं।
कार्ययोजना की बैठक संपन्न कराने के लिए फोर्स के साथ उप जिलाधिकारी सकलडीहा अनुपम मिश्रा, क्षेत्राधिकारी रघुराज सहित कई थाने की पुलिस फोर्स मौके पर डटी रही, ताकि किसी बवाल की स्थिति से निपटा जा सके।
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