चहनिया प्रमुख से नाराज बीडीसी जीते, बैकफुट पर दिखीं बीडीओ साहिबा
विरोध प्रदर्शन करने वालों ने दिखायी ताकत
बीडीओ साहिबा ने टाल दी बैठक
सपा विधायक ने लगाया सत्ता के दुरुपयोग का आरोप
चंदौली जिले के चहनिया ब्लॉक में विकास खंड के बजट को पास करने के लिए एक बैठक आयोजित की गई थी, जिसको लेकर ब्लॉक प्रमुख से नाराज बीडीसी ने चहनिया के शिव मंदिर पर बैठकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान सत्तापक्ष के दबाब मे की जा रही मनमानी को करारा झटका लगा है और विरोध प्रदर्शन करने वालों की जीत हुई है।
बताया जा रहा है कि मंदिर में बैठकर विरोध कर रहे बीडीसी को देखकर मौके पर पहुंचे उपजिलाधिकारी द्वारा जब बीडीसी सदस्यों को हटाया जा रहा था। तभी वहां पर सकलडीहा विधायक प्रभु नारायण सिंह यादव पहुंचकर इसका विरोध करने लगे। साथ ही मंदिर पर बैठकर विरोध करने वाले बीडीसी सदस्यों का साथ देने के लिए खड़े हो गए। उन्होंने प्रशासन द्वारा सदस्यों को हटाये जाने पर एतराज जताया और कहा कि ये सदस्य जनप्रतिनिधि हैं और कहीं भी बैठकर सभा कर सकते हैं। यहां एक मंदिर है और ये सार्वजनिक स्थान है। यहां कोई भी बैठ सकता है। प्रमुख की हरकतों से नाराज क्षेत्र पंचायत सदस्य अपने एक गुट के साथ चहनिया के शिव मंदिर पर बैठें तो प्रशासन को क्या आपत्ति है।
कुल 70 बीडीसी बैठक से असंतुष्ट
यहां के ब्लॉक परिसर में बैठक क्षेत्र पंचायत सदस्यों की मीटिंग आयोजित की गई थी। वहीं नाराज बीडीसी लोगों का कहना है कि कुल 70 बीडीसी इस बैठक से असंतुष्ट हैं। इसलिए इस बैठक का विरोध कर रहे हैं। वहीं इस बैठक की गतिविधि पर नजर रखने के लिए सकलडीहा विधायक प्रभु नारायण यादव भी चहनिया जा पहुंचे हुए थे, ताकि वहां किसी तरह की मनमानी न हो सके।
चहनिया के ब्लॉक प्रमुख से असंतुष्ट बीडीसी मीटिंग में जाने से इनकार करते रहे, जिसका परिणाम रहा कि सदन में 105 सदस्यों में केवल 31 क्षेत्र पंचायत सदस्य पहुंचे थे और बाकी सदस्य बाहर विरोध करते रहे, जिसके कारण बीडीओ दिब्या ओझा ने अध्यक्ष के संस्तुति पर बैठक को कैन्सिल कर दिया।
विधायक प्रभु नारायण सिंह यादव ने सत्ता के दुरुपयोग
इस दौरान सकलडीहा विधानसभा के सपा विधायक प्रभु नारायण सिंह यादव ने सत्ता के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए कहा कि एक तरफ बीडीओ द्वारा नवंबर महीने में आयोजित बजट बैठक को निरस्त करने की लिखित सूचना मुझे दी गई है, जबकि दूसरी तरफ उनकी दस्तखत और मोहर लगी बजट पास करने का लिखित अनुमोदन की कार्यवाही का हमारे पास प्रमाण रूप में आ गयी है।
एक तरफ बीडीओ साहिबा द्वारा नवंबर की बैठक को निरस्त बताया जा रहा है, जबकि इस बैठक में बजट के अनुमोदन का की कार्यवाही भी की गई है। पूरा खेल सत्ता के बल पर किया जा रहा है और इसका हम लोग कानून में विश्वास करने वाले लोग हैं और लोकतांत्रिक तरीके से इसका विरोध करेंगे। कहीं ना कहीं यह चुने क्षेत्र पंचायत सदस्यों को अपमानित करने का यह मामला है और यह सदन के विशेषाधिकार में प्रस्तुत किया जाएगा।
इस दौरान बीडीओ दिव्या ओझा ने बताया कि कोरम पूर्ति नहीं होने के कारण बैठक को स्थगित कर दिया गया है। यह बैठक आगे फिर से निर्धारित की जाएगी।
ब्लॉक प्रमुख अरुण जायसवाल ने कहा कि सपा के गुंडों द्वारा गरीब तबके के क्षेत्र पंचायत सदस्यों को धमका कर रोका जा रहा है। मैं विकास करने वाला व्यक्ति हूं और इन गुंडों द्वारा विकास कार्य नहीं देखा जा रहा है। बीडीसी को जबरदस्ती धमकाने व अपहरण करने का प्रयास किया गया, जिसका मुकदमा भी बलुआ थाने में दर्ज है।
वहीं इस संबंध में पूर्व ब्लाक प्रमुख पति उपेंद्र सिंह गुड्डू ने भी बताया कि ब्लॉक प्रमुख की क्रियाकलापों से पूरे क्षेत्र पंचायत सदस्य नाखुश है, जिसका परिणाम है कि बीडीसी खुलेआम विरोध कर बैठक में नहीं गए। सत्ता पक्ष के सैयदराजा के विधायक सुशील सिंह द्वारा मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है और उनका इस विधानसभा से कोई लेना-देना नहीं है। उसके बावजूद भी उनके द्वारा इसमें हस्तक्षेप किया जा रहा है। वह पूरे जिले के मामले में हस्तक्षेप करते हैं, जिसका परिणाम है कि सत्ता का दुरुपयोग करते हुए मेरे सहित पांच लोगों पर फर्जी मुकदमा दर्ज कराया गया है।
इस दौरान किसी भी तरह की कोई अप्रिय घटना ना हो इसके लिए पीएसी और कई थाने की फोर्स भी तैनात की गई थी। स्थिति के नियंत्रण के लिए उप जिलाधिकारी सकलडीहा अनुपम मिश्रा, क्षेत्राधिकारी रघुराज भी डटे रहे। बैठक स्थगित होने के बाद अधिकारी भी अपने कार्यक्षेत्र में निकल लिए।
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