खुशखबरी! चंदौली के किसानों को कृषि यंत्रों पर मिलेगी सब्सिडी, फसल अवशेष प्रबंधन के लिए बुकिंग शुरू
फसल अवशेष प्रबंधन के लिए नई पहल शुरू
कृषि यंत्रों पर अनुदान पाने के लिए एफपीओ 30 अक्टूबर से करें आवेदन
ऐसे करें आवेदन
चंदौली जनपद के किसानों और किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के लिए एक महत्वपूर्ण खबर है। उप कृषि निदेशक भीमसेन ने घोषणा की है कि फसल अवशेषों के उचित प्रबंधन और वैकल्पिक ऊर्जा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से, एफपीओ और उनके सदस्य किसानों को कृषि यंत्रों पर सब्सिडी दी जाएगी।
उप कृषि निदेशक भीमसेन ने बताया कि जिले में स्थापित सी०बी०जी० (कम्प्रेस्ड बायोगैस) प्लांट और संबंधित इकाइयों को फसल अवशेष (पराली) उपलब्ध कराने के लिए यह योजना शुरू की गई है। यह योजना 'इन सीटू' और 'एस०एम०ए०एम०' योजनाओं के तहत एफपीओ और उनके सदस्य किसानों को एग्रीगेटर के रूप में अनुदान पर कृषि यंत्र उपलब्ध कराएगी।

कैसे काम करेगी योजना?
एग्रीगेटर के रूप में चुने गए एफ०पी०ओ० और उनके सदस्य किसान फसल अवशेषों को इकट्ठा करेंगे और उन्हें सी०बी०जी० प्लांट या संबंधित कंपनी को उपलब्ध कराएंगे। इस प्रयास से फसल अवशेषों के एक्स-सीटू प्रबंधन (खेत से बाहर प्रबंधन) को बढ़ावा मिलेगा, साथ ही वैकल्पिक ऊर्जा के उत्पादन में भी फसल अवशेषों का उपयोग सुनिश्चित होगा।
कब और कहाँ करें आवेदन
इच्छुक एफ०पी०ओ० दिनांक 30 अक्टूबर 2025 से 06 नवंबर 2025 तक अपना आवेदन जमा कर सकते हैं। आवेदन उप कृषि निदेशक कार्यालय, चन्दौली में जमा किया जा सकता है। एफ०पी०ओ० और उनके सदस्यों का चयन निदेशालय द्वारा जारी कार्ययोजना के अनुसार किया जाएगा।
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