चंदौली में LPG वितरकों का अनोखा विरोध प्रदर्शन, 6 नवंबर से जिले में ठप हो सकती है गैस सप्लाई
कमीशन न बढ़ने पर भड़के LPG वितरक
चंदौली में निकाला कैंडल मार्च
गैस वितरकों ने की कमीशन ₹150 करने की मांग
6 नवंबर से गैस आपूर्ति रोकने की चेतावनी
उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में बुधवार को एलपीजी (LPG) गैस वितरकों ने कमीशन बढ़ाने की अपनी मांग को लेकर गैस वितरकों ने हाथों में कैंडल लेकर अनोखे तरीके से विरोध प्रदर्शन किया और कमीशन नहीं बढ़ाने पर आपूर्ति ठप करने की चेतावनी भी दिया।
वितरकों का कहना है कि लगातार बढ़ती महंगाई और मुनाफे में कमी के चलते उन्हें गंभीर आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। मौजूदा समय में गैस वितरण का खर्च काफी बढ़ गया है, जिसमें ईंधन, मजदूरी, ट्रांसपोर्ट और रखरखाव (maintenance) का खर्च कई गुना बढ़ चुका है। इसके बावजूद, उनके कमीशन में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है, जिसके कारण अब उनकी बचत नाम मात्र (नगण्य) रह गई है। वितरकों ने स्पष्ट किया कि वर्तमान परिस्थितियों में गैस वितरण का काम उनके लिए घाटे का सौदा बन गया है।
वितरकों की मुख्य मांग है कि सरकार तत्काल एलपीजी वितरकों का कमीशन 150 रुपया प्रति सिलेंडर किया जाए। इसके अलावा, उन्होंने होम डिलीवरी शुल्क और सेवा प्रभार (service charges) बढ़ाने की भी मांग की है।
यह विरोध प्रदर्शन राष्ट्रीय स्तर के आंदोलन का हिस्सा है, जिसका नेतृत्व राष्ट्रीय अध्यक्ष बी.एल. शर्मा कर रहे हैं। चंदौली में हुए इस विरोध का नेतृत्व स्थानीय वितरक विनोद सिंह ने किया। विनोद सिंह ने कहा कि वे विरोध नहीं कर रहे हैं, बल्कि आंदोलन के माध्यम से सरकार के सामने अपनी जायज मांगें रख रहे हैं। इस दौरान अमित सिंह, अमन सिंह, राजन सोनकर सहित कई अन्य गैस एजेंसी संचालक भी मौजूद रहे।
वितरकों ने साफ चेतावनी दी है कि यदि 6 नवंबर को गैस लोडिंग बंद करने के बाद भी उनकी समस्याओं का समाधान नहीं होता है, तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर होंगे। वितरकों के इस कड़े रुख से उपभोक्ताओं में भी चिंता बढ़ गई है। फिलहाल, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। वितरकों ने सरकार से अपील की है कि वितरण व्यवस्था सुचारु बनाए रखने और गैस एजेंसियों को आर्थिक संकट से बचाने के लिए जल्द से जल्द ठोस कदम उठाए जाएं।
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