मेडिकल कॉलेज से जुड़ने के लिए तैयार हो रहा जिला अस्पताल, 60 प्रतिशत काम पूरा करने का दावा
विकास की ओर बढ़ रहा जिला अस्पताल
गैर जनपद के लोगों को भी मिलेगा इसका लाभ
5 फ्लोर का बन रहा जिला अस्पताल
आईसीयू से लेकर इमरजेंसी सेवा तक सब उपलब्ध कराने की हो रही तैयारी
चंदौली जिले में चिकित्सा सेवा का विस्तार धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। पं. कमलापति त्रिपाठी संयुक्त जिला अस्पताल परिसर में 330 बेड का अस्पताल का निर्माण होगा। 108 करोड़ की लागत से यह करीब पांच फ्लोर का होगा।
आपको बता दें कि अस्पताल आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से लैस होगा। मरीजों के बेड तक ऑक्सीजन की सुविधाएं मिलेंगी। वहीं जिला अस्पताल का संचालन बाबा कीनाराम स्वशासन राज्य चिकित्सा महाविद्यालय से किया जाएगा। जनपद ही नहीं गैर जनपद के लोगों को चिकित्सा की सुविधा देने के लिए शासन की ओर से विशेष प्रयास किया गया है।
इसी क्रम में जिले में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए उत्तर प्रदेश व बिहार सीमा पर स्थित नौबतपुर में करीब 13 एकड़ क्षेत्रफल में 249.15 करोड़ रुपये की लागत से बाबा कीनाराम स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय का निर्माण किया गया है। इसे संचालित करने के लिए पंडित कमलापति त्रिपाठी संयुक्त जिला अस्पताल परिसर में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस 330 बेड का अस्पताल बनाया जा रहा है। कार्यदायी संस्था करीब 60 फीसदी से ऊपर निर्माण कार्य करा चुकी है।
पांच फ्लोर में बनने वाले इस अस्पताल में अलग-अलग सेक्शन होगा। इमरजेंसी में सेवा देने वाले स्वास्थ्य कर्मियों के रहने के लिए आवास भी बनाए जा रहे हैं। अस्पताल निर्माण के बाद इसमें स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए आधुनिक सुविधाएं रहेगी। वहीं 20-20 बेड का आईसीयू व डायलिसिस की सुविधा होगी। जबकि 10 बेड का ओटी रहेगा और हर बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा मिलेगी। इसके लिए 20 हजार लीटर का टैंक बनाया जाएगा। इसमें लिक्विड आक्सीजन रहेगा। यहां से पाइप लाइन के जरिए हर जगह ऑक्सीजन गैस पहुंचाई जाएगी।
इसके अतिरिक्त जिला अस्पताल में पहले से ही एक हजार लीटर, 450 लीटर और 40 लीटर का ऑक्सीजन गैस प्लांट लगाया गया है। इससे मरीजों को ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं होगी। इस सुविधा का लाभ जनपद ही नहीं गैर जनपद के अलावा गैर प्रांत के लोगों को भी मिलेगा।
चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*