एकबार फिर गिरी मेडिकल कॉलेज की चहारदीवारी, दरार की शिकायत के बाद गिराई गयी दीवार
नौबतपुर में मेडिकल कॉलेज की गुणवत्ता पर एक और सवाल
एक साल पहले भी गिरी थी मेडिकल कॉलेज की दीवार
मजदूर की दबकर हो गयी थी मौत
चंदौली जिले के सैयदराजा के पास नौबतपुर में नवनिर्मित मेडिकल कॉलेज में इस साल से पढ़ाई की तैयारी चल रही है। वहीं, निर्माण कार्य में लापरवाही सामने आने लगी है। मेडिकल कॉलेज में मिट्टी के दबने और खेतों में पानी भरने से दक्षिण दिशा की चहारदीवारी में दरारें आ गयीं थीं, जिसके बाद बुधवार को पीडब्लूडी के अधिकारियों ने निरीक्षण के बाद दीवार को गिरवा दिया। साथ ही कार्यदायी संस्था को नए सिरे से चहारदीवारी बनाने का निर्देश दिया है।
चंदौली जिले का बाबा कीनाराम स्वायत्तशाषी मेडिकल कॉलेज नौबतपुर में 13 एकड़ क्षेत्रफल में मेडिकल कॉलेज का निर्माण 249.15 करोड़ रुपये की लागत से हुआ है। इसके निर्माण की शुरूआत वर्ष 2021 के अगस्त में किया गया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसका शिलान्यास किया था। परिसर में 14 बिल्डिंगें बनाई गई हैं। अब इसके लोकार्पण की तैयारी की जा रही है।
पिछले दिनों नेशनल मेडिकल कमिशन ने मानकों में भी कमी के चलते चंदौली को मेडिकल कॉलेज को मान्यता देने से इनकार कर दिया था। बाद में अब मानकों का ध्यान रखते हुए सरकार ने केंद्र सरकार को दोबारा स्वीकृति के लिए पहल की प्रदेश के सीएम योगी ने पहल करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से बात की है।
जिले के स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय में 100 सीटों पर
सैयदराजा । मेडिकल कॉलेज निर्माण के दौरान एक वर्ष पहले आठ अगस्त को मेडिकल कॉलेज के मुख्य भवन के पश्चिम और दक्षिण दिशा में दीवार गिर गई थी। दीवार व सीवर लाइन पाइप के मरम्मत के दौरान मिट्टी की टीला गिरने से एक मजदूर की मौत भी हो गई थी जबकि तीन मजदूर घायल हो गए थे। बाद में दक्षिणी दीवारों को तोड़ कर नए सिरे से बनाना पड़ा था। इसे पतला बनाया गया था। इसी वजह से इसमें दरारें पड़ी।
प्रवेश की अनुमति के लिए केंद्रीय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री के समक्ष दोबारा अपील की गई है ताकि सरकार इसमें पढ़ाई इसी साल से शुरू करवा सके। विभागीय अधिकारियों की माने तो जनपद के बाबा कीनाराम स्वशासीय मेडिकल कॉलेज में चिकित्सा शिक्षकों के चयन की कार्यवाही पूरी हो गई है। जल्द ही मन्यता मिलने की भी उम्मीद जग गई है। दूसरी तरफ निर्माण में मानक की कमी की शिकायतें लगातार मिल रही है।
बताया जा रहा है कि कॉलेज परिसर की दक्षिण दिशा के खेतों में वर्तमान में धान की फसल खड़ी है। मेडिकल कॉलेज का परिसर खेतों से लगभग दो मीटर ऊंचा है। परिसर की तरफ से पाटे गए मिट्टी का दबाव व खेतों की तरफ पानी लगने से दीवार में दरारें आने व झुकने की समस्या बन गई है। स्थिति यह हो गई कि बड़ी बिल्डिंग के पीछे परिसर की लगभग 75 मीटर दीवार में झुकाव व दरारें आने की समस्या हो गई थी।
इसकी जानकारी होने पर मौके पर पहुंची पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों की टीम ने निरीक्षण किया और निर्माण कंपनी को क्षतिग्रस्त दीवार को तोड़ कर हटाने और नए सिरे से बनाने का निर्देश दिया है। इसके आधार पर बुधवार को झुकी हुई दीवार को गिरा दी गई।
निर्माण कंपनी के इंजीनियर रंगनाथ नायर का कहना है कि चहारदीवारी को गिराकर मलबा हटाया जा रहा है। अब नई डिजाइन के अनुसार चहारदीवारी का निर्माण कराया जाएगा, ताकि दोबारा ऐसी शिकायत न आए।
चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*