जिले का पहला ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टलMovie prime

चंदौली सांसद वीरेंद्र सिंह ने उठाए रिंग रोड पर बने गंगा पुल की गुणवत्ता पर सवाल, देखें सांसद जी का करोड़ों के खेल का आरोप लगाने वाला वीडियो

वीरेंद्र सिंह ने पुल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा करते हुए बताया कि निर्माण सामग्री कमजोर नजर आ रही है, और सड़क पर कई जगह गड्ढे, दरारें व असमान सतहें देखने को मिली हैं।
 

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से की जांच की मांग

जानिए क्या है चंदौली सांसद वीरेंद्र सिंह की शिकायत

आखिर क्या चाह रहे हैं चंदौली जिले के सपा सांसद

चंदौली जिले के समाजवादी पार्टी के सांसद वीरेंद्र सिंह ने वाराणसी और चंदौली को जोड़ने वाले रिंग रोड फेज-3 पर गंगा नदी के ऊपर बने पुल की गुणवत्ता को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने गुरुवार को अपने संसदीय क्षेत्र के दौरे के दौरान पुल का निरीक्षण किया और उसकी स्थिति पर गहरी चिंता जताई। सांसद वीरेंद्र सिंह ने पुल की स्थिति को देखते हुए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर एक हाई लेवल तकनीकी जांच समिति गठित करने की मांग की है। उनका कहना है कि यह केवल एक निर्माण परियोजना नहीं, बल्कि लोगों की जान की सुरक्षा का सवाल है।

उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य में भारी अनियमितताएं सामने आ रही हैं। सड़क निर्माण की गुणवत्ता में कमी साफ नजर आ रही है और परियोजना समय पर पूरी होती नहीं दिख रही है। सांसद ने आरोप लगाया कि इस रिंग रोड परियोजना में हजारों करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है और इसमें शामिल अधिकारियों व ठेकेदारों की कार्यशैली पर सवाल उठने लाजमी हैं।

https://youtu.be/Fa8t3hM4tgg

वीरेंद्र सिंह ने पुल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा करते हुए बताया कि निर्माण सामग्री कमजोर नजर आ रही है, और सड़क पर कई जगह गड्ढे, दरारें व असमान सतहें देखने को मिली हैं। उन्होंने कहा कि इस स्थिति को नजरअंदाज करना जनता के जीवन से खिलवाड़ होगा।

https://youtu.be/Fa8t3hM4tgg

सांसद ने कहा कि न केवल निर्माण एजेंसियों, बल्कि संबंधित अधिकारियों और ठेकेदारों की जवाबदेही तय होनी चाहिए। उन्होंने मांग की कि अब तक हुए पूरे निर्माण कार्य की पारदर्शी जांच हो ताकि लोगों के मन में उपजे संशय दूर हो सकें। यह मामला ना सिर्फ निर्माण की गुणवत्ता का है, बल्कि केंद्र सरकार की बड़ी परियोजनाओं में संभावित भ्रष्टाचार को उजागर करने का अवसर भी है। सांसद ने कहा कि यदि समय रहते जांच नहीं हुई, तो आने वाले समय में यह पुल किसी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है।

अब देखने वाली बात होगी कि सरकार इस मामले को कितनी गंभीरता से लेती है और क्या केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी इस जांच की मांग को स्वीकार करते हैं।

चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*