CBI जांच के घेरे में आए अधिकारियों की संपत्ति की होगी जांच, रेलवे बोर्ड के चेयरमैन से मिले सांसद वीरेंद्र सिंह

रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सतीश कुमार से सांसद न की मुलाकात
कई मुद्दों पर चर्चा और विकास कार्यों के लिए दी जानकारी
सीबीआई जांच में शामिल अधिकारियों की संपत्ति की जांच जरूरी
चंदौली के समाजवादी पार्टी के सांसद वीरेंद्र सपा सांसद ने शनिवार को रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सिंह ने रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सतीश कुमार से 3 अप्रैल को मुलाकात की थी। उनके साथ बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। सांसद ने पूर्व में दिए गए पत्रों और सदन में उठाए गए प्रश्नों की प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सिर्फ अधिकारियों का तबादला ही काफी नहीं है, बल्कि सीबीआई जांच में शामिल अधिकारियों की संपत्ति की भी जांच होनी चाहिए।

इस दौरान सांसद ने कहा कि उन्होंने कहा कि सिर्फ रेलवे के अधिकारियों का तबादला ही काफी नहीं है, बल्कि सीबीआई जांच में शामिल अधिकारियों की संपत्ति की भी जांच होनी चाहिए।
अब तक की जांच में सीबीआई की टीम ने रेलकर्मियों के बैंक खातों का पूरा ब्योरा जुटाने के साथ ही आरोपियों की नियुक्ति से लेकर प्रमोशन और तबादलों से संबंधित फाइलें सीबीआई ने कब्जे में ले लिया है। इसके साथ ही सीबीआई ने सभी आरोपियों के आश्रितों के बैंक खातों को भी खंगाला हैं। इसमें रेलकर्मियों की पत्नी, भाई व अन्य संबंधियों के खाते शामिल हैं।
इसके साथ ही अब तक कुल 32 अफसरों और कर्मचारियों को इधर से उधर किया जा चुका है। साथ ही डीआरएम को भी मंडल से हटाया जा चुका है और वेटिंग में डाल दिए गए हैं।

भारतीय रेलवे में पेपर लीक के मामले में अब तक सबसे बड़ी कार्रवाई पीडीडीयू रेल मंडल में बीते तीन मार्च की रात हुई। इसमें दो अधिकारी सहित 26 रेलकर्मियों को सीबीआई की टीम साक्ष्य के साथ दबोच लिया था। गिरफ्तारी के बाद रेल प्रशासन ने स्थानांतरण की कारवाई शुरू की है। शनिवार देर रात इंजीनियरिंग विभाग के चार कर्मचारियों का तबादला दूसरी जगह कर दिया गया है। इसमें प्लांट डिपो पीडीडीयू के घनश्याम राय को समस्तीपुर, अजय कुमार को कोडरमा, शैलेश कुमार को चोपन भेजा गया है।
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