जिले का पहला ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टलMovie prime

चंदौली में धान खरीद के पहले दिन नहीं शुरू हुई बोहनी, बाढ़ और बेमौसम बरसात से फसल को भारी नुकसान

बीते दिनों जिले में आई बाढ़ और हाल ही में हुई बेमौसम बरसात और तेज हवाओं के चलते कई क्षेत्रों में धान की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है।
 

धान खरीद के लिए 110 क्रय केंद्र तैयार

3000 किसानों ने कराया पंजीकरण

कटाई में देरी के चलते क्रय केंद्रों पर पसरा रहा सन्नाटा

कई समितियों पर लटका रहा ताला

धान के कटोरे के रूप में विख्यात चंदौली जिले में धान खरीद का अभियान शनिवार से शुरू हो गया है, लेकिन पहले दिन क्रय केंद्रों पर सन्नाटा पसरा रहा और खरीद की बोहनी तक नहीं हो सकी। केंद्र प्रभारी दिन भर किसानों के अपनी उपज लेकर आने का इंतजार करते रहे, लेकिन कोई भी किसान केंद्र पर नहीं पहुंचा।

जिले में धान खरीद के लिए इस बार 2.25 लाख मीट्रिक टन का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए विभिन्न सरकारी और सहकारी एजेंसियों के कुल 110 क्रय केंद्र खोले गए हैं। इन 110 केंद्रों में खाद्य विभाग के 46, पीसीएफ के 25, पीसीयू के 28, यूपीएसएस के 8, भारतीय खाद्य निगम (FCI) के 2 और मंडी समिति का एक क्रय केंद्र शामिल है। जिला प्रशासन और विभागीय अधिकारियों ने खरीद शुरू होने से पहले ही केंद्रों पर कर्मचारियों की तैनाती के साथ-साथ तौल मशीन, झरना, बोरा जैसे सभी आवश्यक इंतजाम पूरे कर लिए थे।

मौसम बना देरी का कारण

क्रय केंद्र पर पहले दिन खरीद शून्य रहने का मुख्य कारण मौसम की मार है। सहायक विकास अधिकारी कॉपरेटिव राजेश सिंह ने बताया कि अभी किसानों की धान की फसल पूरी तरह से तैयार नहीं हो पाई है। विपणन अधिकारी रत्न कृष्णम ने भी बताया कि लगातार हुई बारिश से कटाई प्रभावित हुई है।

दरअसल, बीते दिनों जिले में आई बाढ़ और हाल ही में हुई बेमौसम बरसात और तेज हवाओं के चलते कई क्षेत्रों में धान की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। शहाबगंज के विपणन शाखा प्रभारी यतेन्द्र कुमार शुक्ला ने स्पष्ट किया कि लगातार हुई बरसात के कारण धान की कटाई और मड़ाई (कटाई के बाद अनाज निकालने की प्रक्रिया) में देरी हो रही है, जिसके चलते फसल को पूरी तरह सूखने में थोड़ा समय लगेगा।

किसान उत्साहित, लेकिन केंद्रों पर अव्यवस्था

खरीद में देरी के बावजूद, किसान सरकारी केंद्रों पर अपनी उपज बेचने के प्रति उत्साहित नजर आ रहे हैं। अब तक लगभग तीन हजार किसानों ने उपज बेचने के लिए पंजीकरण भी करा लिया है। अकेले शहाबगंज क्षेत्र में 206 किसानों ने धान बेचने के लिए अपना नंबर (टोकन) लगवा लिया है। बरहनी विकास खंड सहित अन्य क्रय केंद्रों पर भी किसानों को टोकन जारी करने का काम शुरू हो गया है।

हालांकि, खरीद के पहले दिन कई केंद्रों पर अव्यवस्था भी देखने को मिली। इलिया कस्बे में सहकारी समिति पर पहले दिन ताला लटका रहा। किसानों का आरोप है कि समिति की ओर से उन्हें धान खरीद शुरू होने की कोई जानकारी ही नहीं दी गई। केंद्र सचिव भोला यादव ने बताया कि बारिश के कारण समिति पर कीचड़ रहने की वजह से पहले दिन टोकन लगाने का काम घर से ही किया जा रहा था। निर्देश के बावजूद, समिति पर धान खरीद का बैनर भी नहीं लगाया गया था।

धीना क्षेत्र में सहायक विकास अधिकारी कॉपरेटिव राजेश सिंह ने सभी केंद्र प्रभारियों को निर्देश दिया है कि वे समय पर क्रय केंद्रों पर मौजूद रहें और किसानों की टोकन प्रक्रिया और अन्य समस्याओं का समाधान करें।

Tags

चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*