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बड़े अच्छे कहानीकार हैं कस्बा चौकी इंचार्ज, खूब गढ़ते हैं घटना पर मनगढ़ंत कहानियां

सदर कोतवाली पुलिस के प्रभारी पहले तो छोटी-मोटी घटनाओं को नजरअंदाज करने की कोशिश करते हैं और मनगढ़ंत कहानी बनाकर उसे गलत करार देते हैं, लेकिन जब एक खबरों की चर्चा सोशल मीडिया या समाचार पत्रों में आती है और आला अधिकारियों का दबाव बढ़ता है तो मनगढ़ंत कहानी गढ़ना शुरू कर देते हैं। 
 

9 जनवरी की घटना पर नयी कहानी

थाने में पंचायत व रात में घर उठाया

थाने में 24 घंटे रखकर किया चालान

जानिए क्या-क्या आरोप लगा रहे हैं संजय सोनकर

चंदौली कोतवाली पुलिस और कस्बा चौकी इंचार्ज की मनमानी के किस्से आप सुनते रहे होंगे। आप एक और कहानी सुन लीजिए और जानिए कि कौन सच बोल रहा है। सदर कोतवाली पुलिस के प्रभारी पहले तो छोटी-मोटी घटनाओं को नजरअंदाज करने की कोशिश करते हैं और मनगढ़ंत कहानी बनाकर उसे गलत करार देते हैं, लेकिन जब एक खबरों की चर्चा सोशल मीडिया या समाचार पत्रों में आती है और आला अधिकारियों का दबाव बढ़ता है तो मनगढ़ंत कहानी गढ़ना शुरू कर देते हैं। 

कुछ ऐसा ही मामला चंदौली जिला मुख्यालय पर कस्बा पुलिस चौकी के पीछे हुई 9 जनवरी की घटना में देखने को मिल रही है। बताया जा रहा है कि मामले में मंगलवार की देर शाम  एक फल विक्रेता के मनबढ़ लड़के ने पहले एक साथी ठेले वाले के साथ और फिर उसके बाद महिला पुलिसकर्मी के साथ मारपीट और बदतमीजी की, जिसके बाद उसे पड़कर पुलिस थाने ले जाया गया। यहां पर काफी देर तक पंचायत हुयी।

कहा जा रहा है कि मामले में पहले कोतवाल और स्थानीय पुलिस ने लंबी-चौड़ी पंचायत की और मामला भाजपा नेता के परिवार से जुड़ा होने के कारण विधायक जी भी एक्टिव हो गए। मामले को रफा दफा करने की कोशिश करते हुए फल विक्रेता के लड़के को पुलिस ने पहले तो घर भेज दिया, लेकिन जैसे ही मामले में पुलिस कप्तान और अन्य आला अधिकारियों ने अपनी दखलंदाजी की तो चौकी कस्बा इंचार्ज पूरे मामले में नई कहानी गढ़ने में जुट गए।

 हालांकि इस घटना के बारे में रात 9:00 बजे तक चंदौली कोतवाल अभिज्ञता जाहिर करते रहे और कहते रहे की महिला सिपाही बार-बार यही कह रही है कि उसके साथ कोई घटना नहीं हुई है। ऐसे में किसी भी तरह की कार्यवाही करना मुनासिब नहीं है। लेकिन इस मामले में चंदौली कस्बा इंचार्ज 10 जनवरी को दोपहर 3:00 बजे के बाद एक एफआईआर दर्ज कराई, जिसके तहत उसे लड़के को 323, 504 और 506 की धारा में अभियुक्त बनाते हुए कार्यवाही शुरू करते हैं।

 इस मामले में तहरीर देते हुए चौकी कस्बा प्रभारी अमित कुमार मिश्रा ने कहा कि 9 जनवरी को शाम 7:00 बजे के आसपास उनको सूचना मिलेगी सब्जी विक्रेता रवि सोनकर का अन्य फल विक्रेताओं के साथ-साथ महिला कांस्टेबल रीता मिश्रा के साथ सब्जी की खरीदारी के दौरान कुछ वाद विवाद हुआ है। इस दौरान सब्जी विक्रेता ने हाथापाई और गाली गलौज भी की है। इसके बाद पुलिस वाले पहुंचकर इस मामले में कार्यवाही शुरू की तो रवि सोनकर ने रीता मिश्रा को जान से मारने की धमकी दी और मौके से भाग गया।

चौकी इंचार्ज के द्वारा दी गई तहरीर को खुद पीड़ित के पिता गलत ठहरा रहे हैं और कह रहे हैं कि पुलिस उसे पड़कर थाने ले आई थी और रात में आपस में बातचीत के और सुलह समझौता होने के बाद उसे सुपुर्दगी में दिया, तब लेकर घर वापस आए। इसके बाद 12:00 बजे रात को उसके घर से दोबारा पकड़ कर उसे उत्पीड़न करने का प्रयास कर रहे हैं।  उसको 24 घंटे थाने में रखकर पहले 151 में चालान किया फिर धाराएं बढ़ाकर नयी कहानी गढ़ी जा रही है।

 लड़के को पुलिस पकड़ कर थाने ले आई थी और रात में ही उसे सुपुर्द किया था। ऐसे में मौके से भागने और जान से मारने की धमकी देने की मनगढ़ंत कहानी बनाई जा रही है। इस मामले में पीड़ित के पिता संजय सोनकर ने पुलिस अधीक्षक से मामले में निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है और कहा है कि चौकी इंचार्ज और चंदौली कोतवाल इस मामले में जबरदस्ती उसे फंसा रहे हैं। छोटे से विवाद को तूल देने की कोशिश की जा रही है।

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