नए साल के जश्न की तैयारी के लिए तैयार हो गए चंदौली के पर्यटन स्थल, अबकी बार खास होगा औरवाटांड़
नव वर्ष पर पहली बार सैलानियों से गुलजार होगा औरवाटाड़ जलप्रपात
बच्चों के लिए पार्क
जिपलाइन व जानवरों के चित्र बनाएंगे पर्यटन स्थल को खास
चंदौली जिले में नए साल में देवदरी व राजदरी के साथ औरवाटाड़ जलप्रपात पहली बार सैलानियों की चहल-पहल से गुलजार होगा। जलप्रपात के मनमोहक दृश्य और यहां के विकसित पर्यटन सुविधाएं सैलानियों को आकर्षित कर रही हैं। इस साल पहली बार सैलानी जिपलाइन के जरिए शरने का करीब से दीदार कर सकेंगे। यह ऐतिहासिक पहल तत्कालीन जिलाधिकारी ईशा की योजना का परिणाम है। दो करोड़ से इसे पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने के बाद बीते अगस्त माह में इसे सैलानियों के लिए खोल दिया गया।
जनवरी 2023 में जिलाधिकारी ने औरवाटाड़ और छानपाथर जलप्रपात का दौरा किया था। दोनों स्थलों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा था, जिसे पिछले साल मार्च में स्वीकृति मिल गई। इसके तहत प्रत्येक जलप्रपात के लिए दो-दो करोड़ रुपये का बजट मंजूर किया गया। औरवाटाड़ जलप्रपात को औपचारिक रूप से खोल दिया गया, जबकि छानपावर जलप्रपात भी जल्द ही तैयार हो जाएगा। पर्यटन स्थल के अनूठे आकर्षण औरवाटाड़ जलप्रपात पर सैलानियों के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं का विकास किया गया है।
यहा बच्चों के लिए चिल्ड्रेन पार्क, झूले, चकरी, फिसलपट्टी और अन्य मनोरंजन साधन है। वयस्कों के लिए एडवेंचर गेम्स लो रोप कार्स, कमांडो नेटवाल और टायर वाल क्लाइंबिंग की व्यवस्था की गई। इसके अलावा वाय टावर से सैलानी यहां से शरने और आसपास के जंगलों की सुंदरता का आनंद ले सकते हैं। इको-फ्रेंडली के तहत यांस से बने मकानों में कैंटीन चल रही है, जहां स्थानीय व्यंजनों का स्वाद लिया जा सकता है। सैलानियों के लिए शुल्क और सुविधाएं वन विभाग की ओर से संयुक्त वन प्रबंधन समिति के तहत जलप्रपात का प्रबंधन किया जा रहा है। सैलानियों से प्रवेश शुल्क के रूप में प्रति व्यक्ति 20 रुपये, कार व जीप के लिए 20 रुपये और भारी वाहनों लिए 100 रुपये का शुल्क लिगा जा रहा है। जलप्रपात के पास स्विमिंग पूल जानवरों की विभिन्न चित्र और सैलानियों के ठहरने के लिए आवास और होटल जैसी सुविधाएं भी जल्द शुरू की जाएंगी।
एक किमी पहले लगाया गया बैरियर
प्रवेश के लिए एक किमी पहले बैरियर लगाया गया है, जिसे मुख्य गेट के पास स्थापित करना सुविधाजनक होगा। पाकिंग के लिए उचित व्यवस्था नहीं है। जंगलों में पेड़ों के नीचे वाहन खड़े किए जा रहे हैं, जिससे पर्यावरण को नुकसान हो सकता है। ठहरने की सुविधा को और सुरक्षित और सुसंगत बनाने की जरूरत है।
ऐसे पहुंचे औरवाटाड़ जलप्रपात ?
औरवाटाड वाराणसी से 100 किमी और पीडीडीयू नगर से 75 किमी की दूरी है। यहां निजी वाहन या रोडवेज की बसों से यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है। घूमने का सबसे अच्छा समय अप्रैल मई को छोड़कर वर्ष के बाकी दस महीने हैं।
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