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चंदौली में यहां बेपटरी यातायात व्यवस्था: नो पार्किंग बोर्ड सिर्फ दिखावा, पड़ाव का हाल सबसे बुरा

चंदासी कोल मंडी में स्थिति बेहद गंभीर है। यह मंडी रोजाना 1200 से ज्यादा ट्रकों के आवागमन का केंद्र है। हैरान करने वाली बात यह है कि इनमें से 500 से अधिक ट्रक 24 घंटे सड़क किनारे ही खड़े रहते हैं।
 

चंदौली के SP के आदेशों का हो रहा है उल्लंघन

पड़ाव चौराहे पर 50 मीटर दूर पार्किंग का नियम हर दिन होता है फेल

ब्लैक स्पॉट पर तेज रफ्तार ने 15 दिन में 8 से ज्यादा दुर्घटनाएं

वसूली वाले अवैध स्टैंड भी मनमाने तरीके से हैं चालू

चंदौली जिले में कल से ही यातायात माह की शुरुआत की गई है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। जिले की यातायात व्यवस्था पूरी तरह से बेपटरी हो चुकी है। जिन जगहों को 'दुर्घटना बहुल क्षेत्र' घोषित किया गया है और जहां 'नो पार्किंग' के बोर्ड लगाए गए हैं, वहीं सबसे ज्यादा नियमों का उल्लंघन देखने को मिल रहा है। चंदौली की दो प्रमुख जगहों चंदासी कोल मंडी और पड़ाव चौराहे पर यातायात नियम खुलेआम तोड़े जा रहे हैं, जिसके कारण दुर्घटनाओं का खतरा हमेशा बना रहता है। इस पर भी यातायात प्रभारी व सीओ साहब को इमानदारी से मेहनत करने की जरुरत है।

कोल मंडी में 500 से अधिक ट्रकों की अवैध पार्किंग
चंदासी कोल मंडी में स्थिति बेहद गंभीर है। यह मंडी रोजाना 1200 से ज्यादा ट्रकों के आवागमन का केंद्र है। हैरान करने वाली बात यह है कि इनमें से 500 से अधिक ट्रक 24 घंटे सड़क किनारे ही खड़े रहते हैं। यातायात विभाग ने कोल मंडी के डिवाइडर पर करीब एक किलोमीटर की दूरी तक 10 से ज्यादा बड़े 'नो पार्किंग' बोर्ड लगवाए हैं। लेकिन ये बोर्ड महज दिखावा साबित हो रहे हैं, क्योंकि ट्रकों की लंबी कतारें ठीक इन बोर्डों के सामने लगी रहती हैं। स्थानीय नागरिक संजय कुमार मधुकर ने भी इस बात की पुष्टि की है कि नो पार्किंग बोर्ड लगे होने के बावजूद सैकड़ों ट्रक सड़क पर ही 24 घंटे खड़े रहते हैं।

ब्लैक स्पॉट पर तेज रफ्तार का कहर
जिले में कई सड़कें, खासकर गोधना पंचफेड़वा मार्ग, ब्लैक स्पॉट के रूप में चिह्नित हैं, यानी यहां सबसे ज्यादा सड़क हादसे होते हैं। इस मार्ग पर दो स्थानों पर 'धीरे चलें' के संकेतक और एक जगह 'धीरें चलें, दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्र है' भी लिखा है। बावजूद इसके, इन दुर्घटना बहुल क्षेत्रों में वाहन धीरे नहीं चल रहे हैं। नतीजतन, पिछले केवल 15 दिनों में ही तेज रफ्तार की वजह से 8 से ज्यादा हादसे हुए हैं, जिनमें कई लोगों की जान चली गई।

पड़ाव चौराहे पर आदेशों की अनदेखी
चंदौली के सबसे बड़े चौराहे पड़ाव पर भी स्थिति नियंत्रण से बाहर है। यहां चार अवैध वाहन स्टैंड संचालित हैं। यहां ऑटो रिक्शा चालक सड़क पर ही वाहन खड़ा करके सवारियां भरते हैं। शिकायतों के बाद, चंदौली एसपी आदित्य लांग्हे ने सख्त आदेश जारी किया था कि चौराहे के चारों तरफ 50 मीटर की दूरी तक कोई वाहन खड़ा नहीं होगा। इसके लिए पुलिस ने नो पार्किंग के बड़े-बड़े बोर्ड भी लगवाए। लेकिन नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। शराब की दुकान के सामने और मोड़ पर हमेशा 20 से ज्यादा ऑटो खड़े रहते हैं। जयप्रकाश पटेल (रतनपुर) ने बताया कि नो पार्किंग जोन में ही वाहन खड़े हो रहे हैं और पुलिस की सक्रियता के बाद ये हटते हैं, लेकिन कुछ देर बाद फिर वही स्थिति बन जाती है। इसके अलावा, पड़ाव, नियामताबाद और चंदौली सहित कई जगहों पर दिशा सूचक बोर्ड भी बदहाल हो चुके हैं या फट चुके हैं।

यातायात प्रभारी करते हैं चालान का दावा
जिले की इस अव्यवस्था के बारे में यातायात प्रभारी सत्यप्रकाश यादव से बात की गई, तो उन्होंने दावा किया कि पड़ाव, चंदासी सहित जहां भी नो पार्किंग के बोर्ड लगे हैं, वहां पूरी निगरानी की जाती है कि कोई वाहन खड़ा न हो। उन्होंने कहा कि यदि कोई वाहन वहां खड़ा पाया जाता है तो उसका चालान किया जाता है और यातायात सुचारू रूप से चलाने के लिए प्रयास हमेशा जारी रहता है।

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